कॉलेज में शुरू हुई थी सुषमा स्वराज की प्रेम कहानी, जानिए उनकी निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातें
अपने सरल और सहज स्वभाव के लिए मशहूर सुषमा दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं. उनका मंगलवार 6 जुलाई की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 67 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है.
अपने सरल और सहज स्वभाव के लिए मशहूर सुषमा दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं. उनका मंगलवार 6 जुलाई की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 67 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. सुषमा स्वराज अपनी राजनीतिक गतिविधियों में बहुत ज्यादा एक्टिव रहती थी, वहीं अपनी निजी जिंदगी को वो बहुत ही सादगी और बिना लाइम लाईट के जीना पसंद करती थीं. बहुत ही कम ही लोग हैं जो उनकी निजी जिंदगी के बारे में जानते होंगे. आज हम आपको सुषमा स्वराज की निजी जिंदगी के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताएंगे जिसे शायद ही आप जानते होंगे. सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अम्बाला कैंट में हुआ. सुषमा स्वराज स्कूल के दिनों में एनसीसी से भी जुड़ी रहीं. वह कई भाषाएं जानती थीं. खासकर उनकी बेबाक हिंदी ने संसद से लेकर यूनाइटेड नेशन तक दिल जीता. बीजेपी की दूसरी पीढ़ी की इस सबसे दमदार नेता के आगे संसद में बड़े-बड़े मौन हो जाते थे. उन्होंने चंडीगढ़ के पंजाब यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की. इसी दौरान उनकी मुलाक़ात उनके पति स्वराज कौशल से हुई. धीरे-धीरे उनका प्यार परवान चढ़ा और उन्होंने अपने परिवार के खिलाफ जाकर 13 जुलाई 1975 को स्वराज कौशल से शादी कर ली. सुषमा स्वराज ने बड़ी ही कम उम्र में ऊँचा मुकाम हासिल कर लिया. सिर्फ 25 साल की उम्र में वो कैबिनेट मंत्री बनीं. सुषमा के पति स्वराज कौशल 1999-2004 तक सांसद भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं. इसके बावजूद वह ज्यादा लाइमलाइट में नहीं रहे. उन्हें महज 34 साल की उम्र में देश का सबसे युवा एडवोकेट जनरल बना दिया गया था. स्वराज कौशल 37 साल की उम्र में मिजोरम के गवर्नर भी बन गए थे. सुषमा जी अद्भुत वक्ता और बेहतरीन सांसद के अलावा अच्छी इंसान थीं. उन्हें लिखने में और पुराने गाने सुनना बहुत पसंद था. यही नहीं फुर्सत में वो पेंटिंग्स भी बनाती थीं. सुषमा स्वराज और स्वराज कौशल की एक बेटी है बांसुरी. वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है और वकालत कर रही हैं.
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आउटस्टैंडिंग पार्लिमैण्टेरियन सम्मान मिला
सुषमा स्वराज भारतीय संसद की प्रथम और एकमात्र ऐसी महिला सदस्या थीं, जिन्हें आउटस्टैंडिंग पार्लिमैण्टेरियन सम्मान मिला.
अपने पहनावे से छोड़ी विदेशों में भारतीय संस्कृति की छाप
अपने पहनावे के चलते दुनिया भर में भारतीय संस्कृति की छाप छोड़ती थीं. उनका पहनावा दुनिया भर में मशहूर था. करवाचौथ पर सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) और उनके पति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती रही हैं.
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बता दें कि कुछ महीनो पहले सुषमा स्वराज ने खुद आगामी लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी. उनके इस फैसले पर उनके पति स्वराज कौशल ने खुशी जाहिर कि थी और उन्हें 'थैंक यू मैडम' कहा था. उन्होंने इस फैसले पर कहा था कि एक दौर आया था जब मिल्खा सिंह को भी रूकना पड़ा था. पिछले 46 साल से आपके पीछे भाग रहा हूं अब 19 साल का नहीं हूं. सुषमा स्वराज भले ही ये दुनिया छोड़कर चली गई हैं लेकिन उनके द्वारा देश के लिए किए गए अच्छे काम हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगे.