Sidhu Moose Wala Murder: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को यूथ आइकन सिद्धू मूसेवाला की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि मान के खिलाफ मूसेवाला की सुरक्षा वापस लेने की गोपनीय सूचना जारी कर पद की शपथ का उल्लंघन करने के साथ ही अकाल तख्त के जत्थेदार और आम आदमी पार्टी के नेताओं सहित अन्य प्रमुख हस्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए:
शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में शिअद के प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और उनसे मान को पद से बर्खास्त करने का आग्रह किया. बादल ने मूसेवाला की हत्या की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री एक मिनट भी और पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है, क्योंकि पंजाबियों का आप सरकार में कोई भरोसा नहीं है और मृतक के परिवार ने भी यह अनुरोध किया है. यह भी पढ़े: Sidhu Moosewala Murder Case: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच के लिए SIT गठित, DGP बोले- आपसी रंजिश का मामला संभव
शिअद अध्यक्ष, (जो बलविंदर सिंह भुंडूर, प्रेम सिंह चंदूमाजरा और दलजीत सिंह चीमा सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ थे) ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वह सरकार को निर्देश दें कि प्रमुखों की सुरक्षा कवर वापस लेने के आदेश में की गई चूक की न्यायिक जांच का आदेश दिया जाए.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह राज्य की सुरक्षा समीक्षा समिति की बैठक किए बिना मुख्यमंत्री द्वारा एकतरफा किया गया है। उन्होंने यह भी मांग की कि इस चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा कि आप सरकार राज्य को अराजकता के काले दिनों में वापस ले जा रही है। सुरक्षा केवल खतरे की धारणा पर दी जानी चाहिए और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत मुख्यमंत्री ने सभी नियमों और विनियमों को एक तरफ रख दिया था और सुरक्षा कवर पर अपनी मर्जी पर निर्णय ले रहे हैं. "हमने देखा है कि सिद्धू मूसेवाला के साथ-साथ अन्य प्रमुख हस्तियों की सुरक्षा कवर वापस ली जा रही है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुरक्षित करने के लिए 80 पंजाब पुलिस कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है.
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि इसी तरह आप सांसद राघव चड्ढा को मनमाने ढंग से चार सुरक्षा वाहन दिए गए हैं. राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए बादल ने कहा कि यूथ आइकन मूसेवाला की जान आप सरकार के गलत फैसलों के कारण गई है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने न केवल मूसेवाला की सुरक्षा वापस लेने का एकतरफा फैसला लिया है, बल्कि आप के फेसबुक पेज पर भी इस तथ्य का विज्ञापन करते हुए कहा है कि यह वीवीआईपी संस्कृति के खिलाफ एक जीत है. उन्होंने कहा, "इस तरह की घटिया राजनीति निंदनीय है.