चेन्नई: बीजेपी की तरफ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के झुकाव की अटकलों पर विराम लगाते हुए नवनिर्वाचित डीएमके अध्यक्ष एम.के.स्टालिन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला. स्टालिन ने कहा कि मोदी सरकार भारत का भगवाकरण करने की कोशिश कर रही है. स्टालिन ने पार्टी अध्यक्ष पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा, "आइए भगवाकरण की कोशिश कर रही मोदी सरकार को सबक सिखाएं."
DMK अध्यक्ष पद पर स्टालिन के पिता दिवंगत एम.करुणानिधि पांच दशक तक बने रहे. यहां महापरिषद की बैठक में सैकड़ों पार्टी प्रतिनिधियों के बीच स्टालिन ने कहा, "हम उस किसी भी पार्टी का विरोध करेंगे, जो एक भाषा का प्रभुत्व चाहती है."
स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकारों के अधिकारों को रौंदा जा रहा है और मोदी सरकार को सबक सिखाने की जरूरत है. उन्होंने DMK कार्यकर्ताओं से जनविरोधी व रीढ़विहीन AIADMK सरकार को तमिलनाडु से उखाड़ फेंकने की अपील की. स्टालिन ने कहा कि DMK द्रविड़ आइकन ई.वी. रामास्वामी 'पेरियार' के सामाजिक न्याय की नीतियों से विमुख नहीं होगी.
DMK के ईश्वर विरोधी नहीं होने की घोषणा करते हुए स्टालिन ने कहा कि पार्टी पेरियार की तर्कवादी नीति से पीछे नहीं जाएगी. स्टालिन ने भरोसा दिया कि DMK का नया नेतृत्व पार्टी सदस्यों व समर्थकों के विचार को प्रदर्शित करेगा. उन्होंने स्वीकार किया कि अपने दिवंगत पिता की तरह तमिल भाषा पर उनकी पकड़ नहीं. स्टालिन ने कहा, "मेरे पास हर चीज के लिए कोशिश करने का स्वभाव है."
उन्होंने कहा कि अब से वह एक अलग स्टालिन हैं और वह DMK व तमिलनाडु को एक नए भविष्य की ओर ले जाएंगे.