नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 31वें (Farmers Protest) दिन भी जारी है. अन्नदाताओं के इस प्रदर्शन को हर वर्ग के लोगों का भी खूब समर्थन मिल रहा है. इसी क्रम में लुधियाना (Ludhiana) स्थित नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड (National Federation of the Blind) के दिव्यांग लोगों ने शनिवार को टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर पहुंचकर किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. Farmers Protest: किसान संगठनों ने स्वीकारा सरकार से बातचीत का प्रस्ताव, 29 दिसंबर को बैठक
किसानों के आंदोलन को सफल बनाने के लिए हर कोई अपने तरीके से किसानों का समर्थन कर रहा है. कुछ दिन पहले सिंघु बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा से आए युवा किसानों ने आंदोलन के समर्थन में ब्लड डोनेट किया. तो वहीं कई ने अपने शरीर पर कृषि विषय पर टैटू भी बनवाये. हजारों की संख्या में किसान और नौजवान इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि सरकार इन कानूनों को रद्द कर दे, तब वह वापस चले जाएंगे.
Delhi: Specially-abled people from the National Federation of the Blind in Ludhiana join farmers' protest at the Tikri border. pic.twitter.com/W7GnjOSuob
— ANI (@ANI) December 26, 2020
बॉर्डर पर बैठे किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. लेकिन सरकार की तरफ से अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है. हालांकि सरकार कानून में कुछ बदलाव करने को तैयार है. ऐसे में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा है. किसानों और सरकार के बीच छह दौर की बातचीत के बाद भी अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है. वहीं, आज प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला किया और अगले दौर की वार्ता के लिए 29 दिसंबर की तारीख का प्रस्ताव दिया है. (एजेंसी इनपुट के साथ)