Prayagraj Flood: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, बुधवार को बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. लेकिन, यह अपने पीछे गंदगी और दलदल के साथ-साथ शैवाल भी छोड़ गया है. इससे बस्तियों में भारी गंदगी फैल रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया. इससे घाट किनारे बसे कस्बों में भीषण बाढ़ आ गई. राहत की बात यह है कि अब पानी कम हो रहा है. बाढ़ के पानी से उत्पन्न गंदगी और कीचड़ के कारण चलने के लिए जगह नहीं बची है. सफाई भी काफी धीमी गति से हो रही है. इसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इससे पहले सोमवार को पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे गंगाजी और यमुनाजी के नजदीक के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा.
कम हो रहा गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर
प्रयागराज : बाढ़ से जूझ रहे प्रयागराज के लोगों के लिए राहत भरी खबर
प्रयागराज में गंगा, यमुना नदी का जलस्तर घटना हुआ शुरू
बीते 12 घंटे में गंगा नदी का जलस्तर 7 सेमी कम हुआ
वही यमुना नदी के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की कमी हुई #Prayagraj #Flood @CMOfficeUP pic.twitter.com/isOW80HD6q
— Janhit Times (@janhit_times) September 17, 2024
संगम नगरी प्रयागराज में भारी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण रेलवे स्टेशन के पास का अंडरपास जलमग्न हो गया, जिससे यातायात बाधित हो गया. वहीं, निचले इलाकों में पानी घुसने से लोगों को अपना घर खाली करना पड़ रहा है. छोटा बघाड़ा, सलोरी और राजापुर सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं. वहीं, अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर पहाड़ी इलाकों में खतरे के निशान को पार कर गया है. शनिवार को किसानों की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतिकूल मौसम के कारण 60 फीसदी गन्ना और 70 फीसदी धान की फसल प्रभावित हुई है.