SIR Debate: संसद में मंगलवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और बड़े चुनावी सुधारों पर एक बड़ी बहस होने वाली है. यह बहस लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध के बाद हो रही है, जिससे कार्यवाही रुकी हुई थी. यह कामयाबी सरकार और विपक्ष के बीच गहरी बातचीत के बाद मिली, जिसका नतीजा मंगलवार को दोनों सदनों में इस मामले को लाने के लिए समझौते के तौर पर निकला.
लोकसभा स्पीकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ शेड्यूल
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय शेड्यूल के मुताबिक, लोकसभा में 9 दिसंबर को चुनावी सुधारों पर बहस करेगी. विपक्ष एसआईआर प्रक्रिया पर एक सुनियोजित चर्चा की लगातार मांग कर रहा था. यह भी पढ़े: Mamata Banerjee’s SIR controversy: ‘बंगाल किसी का दबाव नहीं मानेगा’: केंद्र सरकार पर भड़कीं CM ममता बनर्जी, SIR बहाने सरकार गिराने की कोशिश का लगाया आरोप
विपक्ष ने क्या कहा
विपक्ष का दावा है कि एसआईआर की वजह से हाशिए पर पड़े समुदायों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है। इसी मुद्दे को लेकर 1 दिसंबर को शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से ही सदन में हंगामे और कार्यवाही में रुकावटें आ रही थीं.
गृह मंत्री अमित शाह करेंगे चर्चा
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 और 10 दिसंबर को एसआईआर पर चर्चा शुरू करेंगे. बातचीत के लिए कुल दस घंटे का समय दिया गया है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल चर्चा का जवाब देंगे, जबकि सदन के नेता जेपी नड्डा के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है।
इस बीच लोकसभा में बहस फिर से शुरू होगी, जिसके लिए विपक्ष सत्र के पहले दिन से ही दबाव बना रहा है. राहुल गांधी विपक्ष के दखल को लीड करेंगे और मेघवाल इस पर बुधवार को जवाब देंगे.
विपक्ष के नेताओं की मागं के बाद चर्च होने जा रही हैं
यह बहस मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं के बार-बार विरोध के बाद हो रही है, जिन्होंने संसद के अंदर और बाहर “एसआईआर रोको—वोट चोरी रोको” लिखे प्लेकार्ड पकड़े हुए प्रदर्शन किए.
संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए शेड्यूल की पुष्टि की और बताया कि ऑल पार्टी मीटिंग के दौरान वंदे मातरम की 150वीं सालगिरह और चुनाव सुधारों पर चर्चा को फाइनल किया गया.













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