Silver Rate Today, December 31, 2025: साल 2025 के आखिरी कारोबारी सत्र में आज चांदी की कीमतों (Silver Rate Today) में मामूली गिरावट देखी गई, हालांकि पूरे साल के प्रदर्शन पर नज़र डालें तो चांदी ने निवेशकों को मालामाल किया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को चांदी की कीमत करीब ₹2,39,900 प्रति किलोग्राम दर्ज की गई, जो पिछले बंद भाव से ₹100 कम है। इस हल्की गिरावट के बावजूद, चांदी ने साल 2025 में लगभग 175% का उछाल दर्ज किया है, जिससे यह इस वर्ष की सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली कमोडिटी बन गई है.
नोट: हालांकि स्थानीय करों (Local Taxes), परिवहन लागत और सर्राफा व्यापारियों के मार्जिन के कारण आपके शहर में चांदी की खुदरा कीमतों में अंतर हो सकता है. यह भी पढ़े: Gold Rate Today, December 31, 2025: साल के आखिरी दिन देश में सोना आज किस रेट में बिक रहा है? जानें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत बड़े शहरों में 22K और 24K सोने के भाव
31 दिसंबर 2025: प्रमुख शहरों में चांदी की कीमतें
देश के प्रमुख शहरों में 31 दिसंबर 2025 को चांदी की कीमतें इस प्रकार रही:
| शहर | चांदी का रेट (₹/किलोग्राम) | चांदी का रेट (₹/10 ग्राम) | चांदी का रेट (₹/100 ग्राम) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹2,39,900 | ₹2,399 | ₹23,990 |
| मुंबई | ₹2,39,900 | ₹2,399 | ₹23,990 |
| कोलकाता | ₹2,39,900 | ₹2,399 | ₹23,990 |
| चेन्नई | ₹2,57,900 | ₹2,579 | ₹25,790 |
| हैदराबाद | ₹2,57,900 | ₹2,579 | ₹25,790 |
रिकॉर्ड तोड़ ऊंचाइयों का साल
साल के अंत में आई यह मामूली सुस्ती इस सप्ताह की शुरुआत में देखी गई भारी अस्थिरता के बाद आई है। सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी के वायदा भाव ने ₹2,54,174 का अब तक का उच्चतम स्तर (Lifetime High) छुआ था, जिसके बाद मुनाफावसूली (Profit-booking) के कारण इंट्राडे में बड़ी गिरावट आई थी। हालांकि, वैश्विक संकेतों के चलते मंगलवार को भौतिक चांदी की कीमतें दिल्ली में फिर से ₹2.41 लाख प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई थीं.
अगर तुलना करें, तो 31 दिसंबर 2024 को चांदी का भाव करीब ₹87,233 प्रति किलो था. इसका मतलब है कि केवल 2025 में चांदी की कीमतों में ₹1.52 लाख प्रति किलोग्राम से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.
2025 में चांदी की इस तेज़ी के मुख्य कारण:
बाजार विशेषज्ञों ने चांदी की कीमतों में इस ऐतिहासिक वृद्धि के पीछे निम्नलिखित कारणों को जिम्मेदार बताया है:
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औद्योगिक मांग: सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्षेत्रों से चांदी की भारी मांग.
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आपूर्ति में कमी: निर्यात पर प्रतिबंध और वैश्विक स्तर पर चांदी की आपूर्ति में लगातार कमी.
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सुरक्षित निवेश: वैश्विक तनाव और अनिश्चितता के बीच निवेशकों का चांदी की ओर बढ़ता रुझान.
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आर्थिक संकेत: 2026 की शुरुआत में वैश्विक ब्याज दरों में संभावित बदलाव की उम्मीदें.
ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अनुसार, हालांकि 2025 में चांदी ने सोने को भी पीछे छोड़ दिया है, लेकिन साल 2026 की शुरुआत में इसमें स्थिरता या कुछ गिरावट (Consolidation) देखी जा सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि लंबी अवधि के लिए औद्योगिक मांग चांदी को मजबूती प्रदान करेगी, लेकिन निकट भविष्य में मुनाफावसूली से इनकार नहीं किया जा सकता













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