महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के लिए रवाना हुई 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' पहुंची ओडिशा के राउरकेला

स्पेशल ट्रेन, जो गुरुवार को महाराष्ट्र के वसई स्टेशन से रवाना हुई थी, रात भर पूरी तरह से अपने निश्चित मार्ग से हट गई. यह ट्रेन गोरखपुर की जगह ओडिशा के राउरकेला पहुंच गई. रिपोर्ट्स के के मुताबिक, ट्रेन का ड्राइवर बीच रास्ते में ही मार्ग से भटक गया और ट्रेन शनिवार सुबह राउरकेला पहुंच गई.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-Flickr)

कोरोनो वायरस (Coronavirus) लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक वापस पहुंचाने देशभर में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें (Migrant Workers) चल रही हैं. बिना रोजगार और मजदूरी के अभाव के सैकड़ों प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्य पहुंच रहे हैं. बीते गुरुवार को भी वसई रोड (Vasai Road) महाराष्ट्र से गोरखपुर (यूपी) के लिए एक 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' (Shramik Special Train) रवाना हुई. मुंबई में फंसे सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने राहत महसूस की होगी कि आखिरकार उत्तर प्रदेश में अपने घरों में लौट सकेंगे, लेकिन इन लोगों को आश्चर्य तब हुआ जब वे अगली सुबह ट्रेन गोरखपुर की जगह ओडिशा (Odisha) में लगभग 750 किमी दूर पहुंच गई.

स्पेशल ट्रेन, जो गुरुवार को महाराष्ट्र के वसई स्टेशन से रवाना हुई थी, रात भर पूरी तरह से अपने निश्चित मार्ग से हट गई. यह ट्रेन गोरखपुर की जगह ओडिशा के राउरकेला (Rourkela) पहुंच गई. रिपोर्ट्स के अनुसार नाराज लोगों ने, जब उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों हुआ है, तो उन्हें वहां मौजूद अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया था कि कुछ मिक्स-अप के कारण ट्रेन के चालक ने अपना रास्ता खो दिया था. लेकिन रेलवे ने इस बात से इंकार किया है कि ड्राइवर अपने मार्ग से भटक गया. यह भी पढ़ें- तमिलनाडु: कोयंबटूर में उमड़ा प्रवासी मजदूरों का सैलाब, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के पास लेने के लिए पहुंचे यूपी-बिहार के लोग.

कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह का ट्वीट:

एक यात्री द्वारा किया गया ट्वीट-

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेन का ड्राइवर बीच रास्ते में ही मार्ग से भटक गया और ट्रेन शनिवार सुबह राउरकेला पहुंच गई. कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने भी ट्रेन के एक यात्री का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उसने पूरी घटना का विवरण दिया है. कुछ यूजर्स ने कहा कि ड्राइवर इस तरह की गलती करे यह असंभव है, जबकि अन्य का दावा है कि संभावना है कि रेलवे द्वारा गलती से प्रवासी गलत ट्रेन में चढ़ गए. यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश: श्रमिकों को लेकर जा रही बस प्रयागराज में पलटी, दर्जन भर से ज्यादा मजदूर घायल. 

क्या कहती हैं मीडिया रिपोर्ट्स-

ट्रेन के अंदर यात्रियों ने यह भी शिकायत की कि ट्रेन के अंदर पानी नहीं था. यात्रियों में से एक ने यह भी ट्वीट किया कि ट्रेन ने भुसावल से गलत रास्ता पकड़ा और नागपुर जा रही है. उन्होंने कहा कि 23 घंटे के बाद, ट्रेन महाराष्ट्र में थी.

इंडियन रेलवे 1 मई को, कोरोनो वायरस लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और छात्रों को उनके गृह नगर वापस लाने के लिए "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी. अब तक, भारतीय रेलवे ने 1 मई से करीब 1,600 "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनों का संचालन किया और 20 लाख प्रवासियों को घर पहुंचाया. अब तक संचालित ट्रेनों में से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की हैं, उसके बाद बिहार है.

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