Shraddha Murder Case: आफताब के परिवार को पता था हत्या का राज? पुलिस को अब आरोपी के घरवालों की तलाश
श्रद्धा वाकर हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का परिवार अज्ञात स्थान पर भाग गया है और अब उसका पता नहीं चल रहा है. मानिकपुर पुलिस (पालघर) ने बुधवार को यह जानकारी दी.
Shraddha Murder Case: श्रद्धा वाकर हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का परिवार अज्ञात स्थान पर भाग गया है और अब उसका पता नहीं चल रहा है. मानिकपुर पुलिस (पालघर) ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, आफताब का परिवार पुलिस को बिना बताए किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट हो गया. पुलिस ने एएनआई को बताया, "जब मानिकपुर पुलिस ने आफताब को वसई बुलाने के बाद उसका बयान लिया, तो आफताब का परिवार किसी अज्ञात स्थान पर चला गया. आफताब का परिवार भी मानिकपुर पुलिस के संपर्क में नहीं है." Shraddha Murder Case: आफताब के फ्लैट में मिले खून के धब्बे; कैसे सबूतों को मिटाया... मर्डर प्लानिंग के ये बड़े राज आए सामने.
दरअसल श्रद्धा वाकर के परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया. सूत्रों ने कहा, "आफताब ने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं." पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस बीच परिवार ने पुलिस की जानकारी के बिना घर शिफ्ट कर दिया क्यों कि वे अपने बेटे की करतूतों के बारे में जान चुके थे.
आफताब का सच जानते थे घर वाले
पुलिस ने कहा कि आफताब के परिवार को अपराध अंदाजा था इसलिए वे पुलिस को सूचित किए बिना जल्दबाजी में चले गए. शिफ्टिंग के समय आफताब भी घर आ गया. आफताब ने घर से अपना कुछ सामान भी लिया."
मामला सामने आने पर पुलिस ने 3 नवंबर को दूसरी बार आफताब को बुलाया था. मामले को लेकर मानिकपुर थाने के पुलिस अधिकारी 8 नवंबर को दिल्ली गए थे. 26 अक्टूबर को मानिकपुर पुलिस ने पहली बार आफताब का बयान लिया, हालांकि यह मौखिक बयान था जिसमें आफताब ने सिर्फ यह कहा था कि उन दोनों के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद श्रद्धा उसे छोड़ कर चली गई.
ऐसे सामने आया खौफनाक सच
सूत्रों के मुताबिक, 3 नवंबर को आफताब का लिखित बयान लिया गया था. पुलिस ने इस समन के दौरान कागजी दस्तावेज, बैंक खाते का विवरण और मोबाइल फोन की लोकेशन आरोपी के सामने पेश की थी, जिसका आरोपी के पास कोई जवाब नहीं था. आफताब के झूठ का पर्दाफाश आफताब के उस ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से हुआ जो उसने श्रद्धा के खाते से अपने खाते से किया था. उसने पुलिस को बताया कि वह श्रद्धा के मोबाइल फोन का पासवर्ड जानता था. उसने श्रद्धा के अकाउंट से 54 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे.
पुलिस के मुताबिक, आफताब अपराध करने के बाद भी श्रद्धा के एटीएम और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता था. आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने जांच के शुरुआती दिनों में दिल्ली और महाराष्ट्र की पुलिस को खूब गुमराह किया. आफताब हत्या से जुड़े तमाम सबूत हटा चुका था. पुलिस ने मामले की सच्चाई तक पहुंचने के लिए डिजिटल सबूतों को ट्रेस किया.
आफताब ने बोला झूठ
जब दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की तो आफताब ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा 22 मई को झगड़े के बाद घर से निकली थी. उसने कहा कि उसने केवल अपना फोन अपने पास रखा था और अपना सामान उसके फ्लैट में छोड़ गई थी. उसने कहा कि इसके बाद वह श्रद्धा से नहीं मिला. हालांकि, सच्चाई तब सामने आई जब पुलिस ने कपल के फोन कॉल रिकॉर्ड चेक किए और लोकेशन की जांच की.
हत्या के बाद श्रद्धा एटीएम और क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहा था आफताब
पुलिस को सबसे बड़ी सफलता बैंक स्टेटमेंट से मिली, जिसमें 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट ऐप से आफताब के खाते में 54,000 रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ था. जबकि आफताब ने कहा था कि वह 22 मई से श्रद्धा के संपर्क में नहीं था.
फंसा तो आफताब ने बताया सच
26 मई को हुए बैंक ट्रांसफर की लोकेशन भी महरौली थाना क्षेत्र ही निकली. इसके अलावा 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से उनकी दोस्त के साथ चैट हुई थी. पुलिस ने श्रद्धा के फोन की लोकेशन पता की तो वह दिल्ली के महरौली थाना क्षेत्र की निकली. पुलिस के इस सवाल का जवाब आफताब नहीं दे पाया कि अगर श्रद्धा अपना फोन साथ लेकर गई थी तो उसकी लोकेशन उसके घर से क्यों ट्रेस की जा रही थी? इसी दौरान आफताब ने सच उगल दिया.
सूत्रों के मुताबिक, जांच आगे बढ़ने पर पुलिस आफताब का नार्को एनालिसिस टेस्ट करा सकती है. इससे इस मर्डर केस के कई राज खुल सकते हैं. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते शनिवार को आफताब को उसके फ्लैट से हिरासत में लिया था. पुलिस के अनुसार आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े किए थे और दिल्ली के अलग-अलग इलाके में फेंक दिए थे.