नई दिल्ली.जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट की नेता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की पूर्व छात्रा शेहला रशीद (Shehla Rashid) के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. जिसके बाद शेहला रशीद (Shehla Rashid) पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि बतौर राजनीतिक कायकर्ता मैंने अपना काम किया. साथ ही ये मामला राजनीति से प्रेरित है. रशीद ने आगे कहा कि कश्मीर और अपने हक के लिए लोगो को सामने आना चाहिए. शेहला (Shehla Rashid) ने कहा मैंने ट्वीट में साफ कह दिया था कि ये जानकारी मुझे कश्मीर के लोगों की तरफ से मिली हुई है.
शेहला रशीद (Shehla Rashid) ने आगे कहा कि मैं आर्टिकल 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिकाकर्ता भी हूं.मैंने ट्वीट कर लोगों की आवाज उठाई इसलिए मुझे टारगेट किया जा रहा है. शेहला रशीद ने किया ये ट्वीट-
06 Sep, 2019
Statement on FIR against me filed by the Special Cell of Delhi Police
I have learnt from media reports that the Special Cell of the Delhi Police has filed an FIR against me for speaking out on the clampdown in Kashmir and the denial of basic rights to Kashmiris. pic.twitter.com/8GjJzCYo04
— Shehla Rashid شہلا رشید (@Shehla_Rashid) September 6, 2019
गौरतलब है कि जेएनयू की पूर्व छात्रा रशीद (Shehla Rashid) ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद सशस्त्र बलों ने घाटी में आम नागरिकों को ‘‘प्रताड़ित” किया और घरों में “तोड़फोड़” की. रशीद ने 18 अगस्त को एक के बाद एक कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि कश्मीर में सशस्त्र बल रात में घरों में घुसे और उनमें “तोड़फोड़” की. यह भी पढ़े-शेहला रशीद के खिलाफ FIR दर्ज, सेना को लेकर झूठी खबरें फैलाने का आरोप
शेहला ने ट्वीट कर यह भी आरोप लगाया था कि चार लोगों को शोपियां में सैन्य शिविर में बुलाया गया और उनसे “पूछताछ की (प्रताड़ित किया).”उन्होंने दावा किया था कि इन लोगों के पास में एक माइक रखा गया था ताकि, “पूरा इलाका उनकी चीख सुन सके और आतंकित हो.”
ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस में शेहला के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. उनका आरोप था कि शेहला (Shehla Rashid) ने अपने ट्वीट्स के जरिये इंडियन आर्मी पर निराधार आरोप लगाए है. इंटरनेशनल स्तर पर देश की छवि धूमिल करने की कोशिश की है. ऐसे में उसके खिलाफ देशद्रोह और समुदाय के बीच वैमनस्य फैलाने के आरोप में FIR दर्ज कर कार्रवाई होनी चाहिए. जिसके बाद तीन सितंबर को शेहला (Shehla Rashid) के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
(भाषा इनपुट के साथ)