रेप हुआ, मां ने भी साथ छोड़ा, फिर अकेले लड़ी मुकदमा! 11 साल की बहादुर लड़की ने दरिंदे सौतेले पिता को दिलाई 30 साल की सजा
हैदराबाद में एक 11 साल की बच्ची ने अपने दरिंदे सौतेले पिता के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़कर उसे 30 साल की सजा दिलाई. बच्ची के साथ न सिर्फ यौन शोषण हुआ, बल्कि उसे अपनी मां का साथ भी नहीं मिला.
हैदराबाद में एक 11 साल की बच्ची ने अपने दरिंदे सौतेले पिता के खिलाफ कड़ी कानूनी लड़ाई लड़कर उसे 30 साल की सज़ा दिलाई है. यह तेलंगाना की अदालतों में अब तक की सबसे लंबी सज़ा है. बच्ची के साथ न सिर्फ यौन शोषण हुआ, बल्कि उसे अपनी मां का साथ भी नहीं मिला, जिसने मामले को वापस लेने के लिए उस पर दबाव डाला. यहां तक कि बचाव पक्ष के वकील ने भी उसकी पीड़ा को चुनौती दी, लेकिन इन सबके बावजूद, बच्ची की अदम्य इच्छाशक्ति नहीं टूटी.
7 नवंबर को, पोक्सो अदालत में बच्ची की गवाही ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बारहवें अतिरिक्त मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश टी. अनिता ने आरोपी को बार-बार बलात्कार और अप्राकृतिक यौन संबंध के लिए दोषी ठहराया. बच्ची ने दो साल तक बिना डगमगाए कानूनी लड़ाई लड़ी, जिससे वकील और पुलिस अधिकारी भी प्रभावित हुए. खासकर तब, जब उसकी मां, जिसने शुरुआत में अपने पति को रंगे हाथों पकड़ा था और अपनी बेटी को पुलिस के पास ले गई थी, ने उसे केस वापस लेने के लिए मजबूर करने का फैसला किया.
बच्ची ने न केवल दोषी के खिलाफ मजबूत मामला पेश किया, बल्कि साथ ही साथ एक निजी स्कूल में अपनी पढ़ाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जहां वह वर्तमान में चौथी कक्षा में पढ़ रही है. 2022 में जब यह सब शुरू हुआ, तब बच्ची सिर्फ 9 साल की थी. इस क्रूरता के बावजूद, मां न केवल आरोपी के साथ रहने के लिए वापस चली गई (जब वह जमानत पर बाहर था), बल्कि उसने मामले के बारे में कोई जानकारी होने से भी इनकार कर दिया, लेकिन बच्ची अपने रुख पर कायम रही और उसने सुनवाई के दौरान अदालत को बताया कि अगर उसने झूठ बोला तो अल्लाह उसे सज़ा देगा..
वह खुद अकेले केस लड़की रही, जबकि उसकी मां पूरे मुकदमे के दौरान और फैसले वाले दिन भी आरोपी के साथ थी. न्याय के लिए अपनी लड़ाई में कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, 11 वर्षीय बच्ची अपने दरिंदे सौतेले पिता को सजा दिलाने में कामयाब रही.