पटना: बिहार में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर होती जा रही है. हाल ही में बाईक से घर जा रहे एक शख्स के सामने ही उसकी 55 वर्षीय पत्नी और 15 वर्षीय पुत्री के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने नितीश सरकार के कथित सुशासन की पोल खोल दी. वहीं अब पूर्वी चंपारण जिले में कई घोटालों को उजागर करनेवाले आरटीआई कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह घटना बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुई. सूचना के अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे, तभी मठबनवाड़ी चौक के पास बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी. जिससे राजेंद्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
फिलहाल पुलिस को हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक सिंह ने आरटीआई के जरिए कई मामलों को उजागर किया था. उन्होंने एलआईसी घोटाला और शिक्षक नियुक्ति घोटले का खुलासा आरटीआई के जरिए किया था. सिंह को कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दी थी.