कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) गुरुवार को धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुए. उन्होंने कहा कि निर्दोष साबित होने तक वे जांच एजेंसियों का सहयोग करते रहेंगे. सेंट्रल दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने से पहले वाड्रा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा, "देश की न्यायिक व्यवस्था पर मेरा विश्वास हमेशा कायम रहा है. मैंने सरकारी कार्यालयों द्वारा मुझे भेजे गए सभी समनों का हमेशा पालन किया है." उन्होंने कहा, "मैं आज तक 11 बार ईडी के समक्ष पेश हो चुका हूं और उसके साथ सहयोग किया है तथा इस दौरान मुझसे लगभग 70 घंटों तक पूछताछ की गई है. मैं भविष्य में भी तब तक उनका सहयोग करता रहूंगा जब तक मेरे ऊपर लगे झूठे आरोप हट ना जाएं."
इसमें उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री तथा अपनी पत्नी प्रियंका गांधी के परदादा पंडित जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर के साथ अपनी फोटो पोस्ट की. वाड्रा सुबह ईडी कार्यालय पहुंचे और बिना मीडिया कर्मियों से बात किए अंदर चले गए. उनकी पत्नी प्रियंका कार्यालय तक उनके साथ आईं. वाड्रा सबसे पहले फरवरी में ईडी के समक्ष पेश हुए थे. ईडी ने धनशोधन मामले में नए सबूत मिलने का दावा करते हुए वाड्रा को समन भेजे थे. यह भी पढ़ें- रॉबर्ट वाड्रा पहुंचे ED दफ्तर, मनी लांड्रिंग मामले में होगी पूछताछ
यह मामला कर चोरी के लिए 19 लाख पाउंड की विदेशी संपत्ति और अघोषित संस्थाओं के स्वामित्व से संबंधित है. इससे पहले ईडी ने वाड्रा को वे ईमेल दिखाए थे जिनमें उन्होंने हथियारों के विक्रेता संजय भंडारी के रिश्तेदार और सुमित चड्ढा से बात की थी. ईडी ने वाड्रा के बैंक खातों और उनके लेन-देन की विस्तृत जानकारी भी मांगी है. एजेंसी ने वाड्रा की भारत और विदेश में स्थित संपत्तियों के ब्योरे इकट्ठे किए हैं.