इंफाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को मणिपुर का दौरा किया. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने मणिपुर की त्रासदी को ‘‘भयंकर’’ करार देते हुए कहा कि पिछले साल मई में हिंसा शुरू होने के बाद से यह राज्य की उनकी तीसरी यात्रा है, लेकिन उन्हें ‘‘स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि वह हिंसा प्रभावित लोगों की पीड़ा सुनने और उनमें विश्वास जगाने के लिए राज्य के दौरे पर आए हैं. ‘‘हम मणिपुर में शांति लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे... विपक्ष में होने के नाते मैं सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हूं.’’ मेहनतकश मजदूरों को अधिकार, सुरक्षा और सम्मान दिलाना मेरा संकल्प: राहुल गांधी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जब पत्रकारों ने सवाल पूछे तो राहुल गांधी ने कहा, "...मैं जो कह रहा हूं, उसका सम्मान करें. मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देने आया हूं, मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता जो मुद्दे को भटकाने के लिए बनाए गए हों...मैंने अपना बयान दे दिया है." उन्होंने आगे कहा, "मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है."
मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता: राहुल गांधी
#WATCH | Imphal, Manipur: When asked questions by reporters after his press conference, Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "...Please respect what I am saying. I have come here to give a clear message, I am not interested in answering questions that are designed to… pic.twitter.com/bmOxdbEohT
— ANI (@ANI) July 8, 2024
राहुल गांधी ने काहा, मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, वह उन्होंने भारत में कहीं नहीं देखा. उन्होंने जोर दिया कि हिंसा और घृणा से कोई समाधान नहीं निकलने वाला है, जबकि सम्मान व संवाद से इसका समाधान निकल सकता है.
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘समस्या शुरू होने के बाद से मैं तीसरी बार यहां आया हूं. यह एक बहुत बड़ी त्रासदी रही है. मुझे उम्मीद थी कि स्थिति में कुछ सुधार होगा. लेकिन, मैं यह देखकर काफी निराश हुआ हूं कि स्थिति अब भी वैसी नहीं हुई है, जैसी होनी चाहिए.’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं मणिपुर के सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि मैं यहां आपका भाई बनकर आया हूं, मैं आपकी मदद करना चाहता हूं और मणिपुर में शांति वापस लाने के लिए आपके साथ काम करना चाहता हूं. मैं जो भी कर सकता हूं, करने के लिए तैयार हूं. कांग्रेस यहां शांति बहाल करने के लिए जो भी कर सकती है, करने के लिए तैयार है.’’
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातीय संघर्ष प्रभावित राज्य में आकर लोगों को सांत्वना देने का अनुरोध किया. साथ ही, गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी (मणिपुर में) शांति बहाली के लिए सरकार के किसी भी कदम का समर्थन करेगी.