नई दिल्ली, 26 जनवरी : भारत ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) में हाल ही में हिंदू मंदिरों में की गई तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हुए कैनबरा से भारतीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करने को कहा है. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायोग ने गुरुवार को एक कड़े शब्दों में बयान में कहा, जिस निर्भयता से तोड़फोड़ करने वाले अपना काम कर रहे हैं, वह खतरनाक है --इसमें भारत-विरोधी आतंकवादियों का महिमामंडन शामिल है. ये घटनाएं शांतिपूर्ण बहु-विश्वास और बहु-सांस्कृतिक भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई समुदाय के बीच विभाजन पैदा करने का स्पष्ट प्रयास हैं.
12 से 23 जनवरी के बीच, मेलबर्न में तीन हिंदू मंदिरों को खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारत विरोधी भद्दे चित्रों से विरूपित कर दिया गया था. इससे पहले मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में हरे कृष्ण मंदिर की तोड़फोड़ कैरम डाउन्स में श्री शिव विष्णु मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए थे. बयान में कहा गया, खालिस्तान समर्थक तत्व ऑस्ट्रेलिया में अपनी गतिविधियां बढ़ा रहे हैं, सिख फॉर जस्टिस (एसईजे) और ऑस्ट्रेलिया के बाहर अन्य शत्रुतापूर्ण एजेंसियों जैसे अभियुक्त आतंकवादी संगठनों के सदस्यों द्वारा सक्रिय रूप से सहायता और बढ़ावा दिया जा रहा है. यह भी पढ़ें : Republic Day Parade 2023: गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार शामिल हुई बीएसएफ की महिला ऊंटसवार टुकड़ी
इसके अलावा, कैनबरा में भारतीय उच्चायोग ने मेलबर्न और सिडनी में जनमत संग्रह के बारे में सरकार को अपनी चिंताओं से अवगत कराया, जिसकी घोषणा प्रतिबंधित खालिस्तान समूह, सिख फॉर जस्टिस द्वारा की गई थी. भारत ने कहा कि चिंताओं को ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ बार-बार साझा किया गया है, और उम्मीद है कि न केवल अपराधियों को सजा दी जाएगी बल्कि आगे के प्रयासों को रोकने के लिए उपयुक्त कार्रवाई भी की जाएगी.
बयान में कहा गया, ऑस्ट्रेलियाई सरकार को भारतीय समुदाय के सदस्यों और ऑस्ट्रेलिया में उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भारत की क्षेत्रीय अखंडता, सुरक्षा और राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक गतिविधियों के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र के उपयोग की अनुमति नहीं देने के लिए कहा गया है. ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों ने कहा कि वे खालिस्तान समर्थकों द्वारा शांतिपूर्ण हिंदू समुदाय के प्रति धार्मिक घृणा के खुलेआम प्रदर्शन से नाराज, डरे हुए और निराश हैं. जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में हिंदू धर्म सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है. 2021 की ऑस्ट्रेलियाई जनगणना में, हिंदू धर्म की आबादी 55.3 प्रतिशत बढ़कर 684,002 हो गई.