RBI to Launch ULI: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) देश के ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) लॉन्च करने जा रहा है. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने RBI@90 ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह प्लेटफॉर्म कई डेटा सर्विस प्रोवाइडर्स से लेकर लेंडर्स तक विभिन्न राज्यों के लैंड रिकॉर्ड समेत डिजिटल जानकारी के निर्बाध और सहमति-आधारित प्रवाह की सुविधा प्रदान करता है. JAM-UPI-ULI की 'नई त्रिमूर्ति' भारत की डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर यात्रा में एक क्रांतिकारी कदम होगी. यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस या UPI, अप्रैल 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा भारत में लॉन्च किया गया एक रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जिसने भारत में रिटेल डिजिटल पेमेंट्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
RBI गवर्नर ने कहा कि ULI से लोन असेसमेंट में लगने वाला समय कम होगा, खासकर छोटे और ग्रामीण उधारकर्ताओं के लिए। ULI आर्किटेक्चर में सामान्य और मानकीकृत API हैं, जिन्हें विभिन्न स्रोतों से सूचनाओं तक डिजिटल पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 'प्लग एंड प्ले' दृष्टिकोण के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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''इससे कई तकनीकी एकीकरण की जटिलता कम हो जाती है और उधारकर्ताओं को व्यापक दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता के बिना ऋण की निर्बाध डिलीवरी, त्वरित टर्नअराउंड समय का लाभ मिलता है. ग्राहक के वित्तीय और गैर-वित्तीय डेटा तक पहुँच को डिजिटल करके, जो अन्यथा अलग-अलग साइलो में रहता है, यूएलआई से विभिन्न क्षेत्रों में ऋण की भारी अधूरी मांग को पूरा करने की उम्मीद है. पायलट प्रोजेक्ट से हमारे अनुभव के आधार पर, यूएलआई का राष्ट्रव्यापी लॉन्च नियत समय में किया जाएगा. जिस तरह यूपीआई ने भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को बदल दिया, हम उम्मीद करते हैं कि यूएलआई भारत में ऋण क्षेत्र को बदलने में समान भूमिका निभाएगा."