नई दिल्ली: आम आदमी को एक बार फिर महंगाई का झटका लग सकता है. आने वाले दिनों में लोन और ईएमआई (EMI) के महंगे होने की संभावना बरकरार है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया फरवरी में रेपो रेट में फिर बढ़ोतरी कर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय बजट 2023 के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक अपनी ब्याज दर को 25 आधार अंकों (BPS) से बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर देगा, फिलहाल रेपो रेट 6.25 फीसदी है. रिजर्व बैंक फरवरी में वर्तमान रेपो रेट 6.25 फीसदी को बढ़ाकर 6.50 फीसदी तक ले जा सकता है. RBI के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा एक साल के लिए फिर से नियुक्त.
रिपोर्ट के मुताबिक 52 में से 40 अर्थशास्त्रियों ने संभावना जताई है कि आरबीआई अपनी प्रमुख रेपो दर को 25 बीपीएस से बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर देगा, शेष 12 का अनुमान है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. अगर RBI ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि करता है तो होम लोन समेत तमाम तरह के लोन महंगे हो जाएंगे.
क्या है रेपो रेट
आसान शब्दों में समझें तो रेपो रेट का मतलब है रिजर्व बैंक द्वारा अन्य बैकों को दिए जाने वाले कर्ज की दर. बैंक इस चार्ज से अपने ग्राहकों को लोन प्रदान करता है. जिस तरह लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंकों से पैसा लेकर ब्याज चुकाते हैं. उसी तरह सभी बैंक, आरबीआई (RBI) से लोन लेते हैं. आरबीआई जिस दर पर बैंकों को कर्ज देता है, उसे ही रेपो रेट (Repo Rate) कहा जाता है.
आम आदमी पर असर
जब बैंकों को रिजर्व बैंक से कर्ज ज्यादा ब्याज दर पर मिलता है, यानी जब रेपो रेट बढ़ता है तो आम आदमी के लिए भी होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन महंगा हो जाता है. वहीं जब रेपो रेट में कटौती होती है, तो आम लोगों को राहत मिलती है.