Ratan Tata Pet Dog: रतन टाटा के निधन के बाद उनके पालतू कुत्ते ‘गोवा’ ने भी उन्हें अपनी अनोखी श्रद्धांजलि दी. यह भावुक दृश्य मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में 10 अक्टूबर को देखने को मिला, जहां टाटा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. गोवा, जिसे रतन टाटा अक्सर ऑफिस साथी के रूप में पुकारते थे, वहां मौजूद था और उनके साथ बिताए पलों को मानो याद कर रहा था. इस क्षण ने वहां मौजूद सभी लोगों के दिलों को छू लिया और सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया.
कुत्ते के केयरटेकर ने बताया कि इस कुत्ते को 11 साल पहले रतन टाटा ने गोद लिया था, जब वे एक बार गोवा दौरे पर गए थे. उस समय, यह आवारा कुत्ता उनके पीछे-पीछे चलने लगा था, जिसे देख रतन टाटा ने उसे अपनाने का निर्णय लिया. इसके बाद, वह उसे अपने साथ मुंबई ले आए और बॉम्बे हाउस में उसके रहने की व्यवस्था की. रतन टाटा उससे बहुत प्यार करते थे. कुत्ते का नाम गोवा इसलिए रखा गया क्योंकि उसे गोवा से लाया गया था.
रतन टाटा के प्रिय कुत्ते ‘गोवा’ ने अंतिम संस्कार में दी भावभीनी श्रद्धांजलि
Mumbai: About 11 years ago, Tata employees went to Goa for work and found a dog on the street, which they brought back to Mumbai. They named the dog Goa since it was found there. For the past 11 years, Goa has lived at Ratan Tata's residence, reflecting Tata's deep affection for… pic.twitter.com/uQebdPgOSD
— IANS (@ians_india) October 10, 2024
रतन टाटा के पालतू कुत्ते का नाम 'गोवा' कैसे पड़ा?
#WATCH | The Caretaker of the dog, says "This dog has been with us for the last 11 years. The security guards brought this dog from Goa when we went there for a picnic. Ratan Tata loved him a lot. The name of the dog is Goa since he was brought from Goa..." https://t.co/nCvG5OHBVr pic.twitter.com/2zBWk4sJ8Q
— ANI (@ANI) October 10, 2024
रतन टाटा का कुत्तों के प्रति प्रेम जगजाहिर था. वे अक्सर अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स में अपने पालतू कुत्तों के साथ बिताए पलों की तस्वीरें साझा करते थे, जो उनकी संवेदनशीलता और जानवरों के प्रति गहरे जुड़ाव को दर्शाती थीं. बॉम्बे हाउस में भी आवारा कुत्तों का स्वागत किया जाता था और रतन टाटा ने यह परंपरा सालों तक निभाई. उनके इस कदम को देखकर बहुत से लोगों ने प्रेरणा ली और कुत्तों की देखभाल के प्रति जागरूक हुए.
रतन टाटा का यह प्रेम और दयालुता उनके व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जो उन्हें एक सफल उद्योगपति के साथ-साथ एक संवेदनशील और दयालु इंसान के रूप में भी परिभाषित करता था. उनके जाने के बाद भी, उनका यह प्यार और करुणा हमेशा याद किए जाएंगे.