Ram Mandir: ऐसी होगी रामलला की भव्य मूर्ति, इस दिन से भक्त कर सकेंगे दर्शन
रामभक्तों का इंतजार अब खत्म होने को है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के पहले चरण का काम दिसंबर अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. भक्त 26 जनवरी से पहले निश्चित रूप से अयोध्या के भव्य मंदिर में भगवान राम की बाल रूप की मूर्ति के दर्शन कर सकेंगे.
अयोध्या: रामभक्तों का इंतजार अब खत्म होने को है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के पहले चरण का काम दिसंबर अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. भक्त 26 जनवरी से पहले निश्चित रूप से अयोध्या के भव्य मंदिर में भगवान राम की बाल रूप की मूर्ति के दर्शन कर सकेंगे. अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण का पहला चरण इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में मिश्रा ने कहा कि मंदिर के भूतल में पांच मंडप हैं, जो गर्भगृह से शुरू होते हैं, जहां देवता स्थापित किए जाएंगे. अयोध्या से आई खुशखबरी, जल्द होने वाले हैं रामलला के दर्शन; इतना काम हो चुका है पूरा.
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि ''प्राण प्रतिष्ठा'' (अभिषेक) की तारीख अभी तय नहीं की गई है. मिश्रा ने कहा, "भक्त 26 जनवरी, 2024 से पहले निश्चित रूप से भगवान राम के बाल रूप के दर्शन कर सकेंगे." प्राण प्रतिष्ठा के आखिरी दिन पीएम के शामिल होने की तारीख प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा घोषित तारीख पर निर्भर करेगी, जो अभी तय नहीं हुई है.
मिश्रा ने कहा, "प्रधानमंत्री प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कब शामिल होंगे, उसकी सूचना अभी प्रधानमंत्री कार्यालय से नहीं आई है. अंतिम कार्यक्रम उनका जब आएगा तो ट्रस्ट फिर उसकी घोषणा करेगा. लेकिन, यह अनुमान है कि यह 20 और 24 जनवरी के बीच में ही कोई तिथि होगी. क्योंकि प्रधानमंत्री उसके बाद गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में अति व्यस्त हो जाएंगे."
श्रीराम की मूर्ति पर पड़ेंगी सूरज की किरणें
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि हर वर्ष रामनवमी के दिन दोपहर बारह बजे सूर्य की किरणें श्रीराम की मूर्ति पर पड़ेंगी. "ऐसी योजना है कि रामनवमी के दिन 12 बजे भगवान के माथे पर सूर्य की किरणें पड़ें. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि गर्भ गृह में दो मूर्तियां होंगी - एक चल और एक अचल... एक श्रीराम की बाल्यावस्था की और दूसरी रामलला की. मिश्रा ने कहा, "भगवान चार या पांच वर्ष की आयु के होंगे और मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच होगी."
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह में लगभग दस हजार अति विशिष्ट आमंत्रित सदस्य होंगे, जिनमें राम मंदिर निर्माण आंदोलन से जुड़े साधु-संत समाज के लोग और देश-विदेश व मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के जाने माने लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन लगभग सवा लाख दर्शनार्थियों के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है.