नई दिल्ली: राज्यसभा (Rajya Sabha) के मार्शल्स (Marshals) की वर्दी बदले जाने पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल मार्शल्स की नई वर्दी सेना की वर्दी जैसी लग रही है. इस वजह से कुछ सांसदों और सैन्य अधिकारियों ने आपत्ति जताई. जिसके चलते मंगलवार को राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने नई वर्दी की समीक्षा के आदेश दिए है.
सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि नई वर्दी राज्यसभा के सचिवालय ने हर किसी से सलाह लेने के बाद तैयार की गई है. लेकिन हमें कुछ राजनीतिक और अन्य लोगों द्वारा टिप्पणियां मिली है. इसलिए इस पर सचिवालय को फिर से विचार करने के लिए कहा गया है. संसद के शीतकालीन सत्र में आज राज्यसभा में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर रहेगा फोकस
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा के सदस्य सभापति के पीछे खड़े मार्शल्स को देख सब दंग रह गए. दरअसल मार्शल्स के दशकों पुराने भारतीय पोशाक के साथ पगड़ी वाली वर्दी को बदल दिया गया. नई वर्दी में मार्शलों के सिर पर पगड़ी की बजाय गहरे हरे रंग की टोपी थी. जबकि पूरी वर्दी सुरक्षाकर्मियों जैसी दिख रही थी.
Rajya Sabha Chairman: Secretariat of the Rajya Sabha after considering various suggestions came out with a new dress code for the marshals. But we've received some observations by some political as well as well-meaning people. I've decided to ask Secretariat to revisit the same pic.twitter.com/bOf0W7PHwM
— ANI (@ANI) November 19, 2019
मार्शल्स के इस नए परिधान का सबसे पहले सोमवार को कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने विरोध किया था. जबकि पूर्व आर्मी चीफ वेद प्रकाश मलिक ने बाद में सोशल मीडिया पर नई वर्दी को लेकर सवाल खड़े किए.
Copying and wearing of military uniforms by non military personnel is illegal and a security hazard. I hope @VPSecretariat, @RajyaSabha & @rajnathsingh ji will take early action. https://t.co/pBAA26vgcS
— Vedmalik (@Vedmalik1) November 18, 2019
राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों के अनुसार लंबे समय से मार्शल्स अपने ड्रेस कोड में बदलाव की मांग कर रहे थे. जिसके चलते यह बदलाव किया गया था. बता दें कि सभापति समेत अन्य पीठासीन अधिकारियों की मदद के लिये लगभग आधा दर्जन मार्शल राज्यसभा में तैनात रहते हैं.