Rajouri Encounter: लश्कर से जुड़ा ​पाकिस्तानी आतंकी मुठभेड़ में ढेर, डांगरी-कंडी हमलों का था मास्टरमाइंड
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राजौरी: जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri) में बुधवार से आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है. इस मुठभेड़ में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने कारी नाम के एक आतंकी को मार गिराया है. जानकारी के मुताबिक आतंकी पाकिस्तानी नागरिक था. उसे पाक और अफगान मोर्चे पर ट्रेंड किया गया था. उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है. कारी लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था और पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी-पुंछ में एक्टिव था. J&K: सर्दियों से पहले बढ़ जाते हैं घुसपैठ के प्रयास, सीमा पर सेना ने बढ़ाई चौकसी.

कारी को जम्मू में आतंकवाद को दोबारा फैलाने के लिए भेजा गया था. वह IED में स्पेशिलिस्ट था और गुफाओं से छिपकर काम करने वाला ट्रेंड स्नाइपर भी था. बुधवार से जारी इस मुठभेड़ में अब तक सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गये हैं और दो अन्य घायल हैं.

बुधवार 22 नवंबर को मुठभेड़ में सेना के दो अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे. देश के लिए जान गंवाने वालों में कैप्टन शुभम, कैप्टन एमवी प्रांजिल और हवलदार माजिद थे. इलाके में सेना का ऑपरेशन अभी जारी है.

सेना ने पूरे इलाके को घेरा

अतिरिक्त सुरक्षा बलों को शामिल करके रात भर इलाके की घेराबंदी की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी इलाके से भाग न पाएं, क्योंकि ये घने जंगल का क्षेत्र है. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि रियासी-राजौरी-पुंछ का इलाका दुर्गम होने और सीमित सड़क संपर्क के कारण अभियान को अंजाम देने में कठिनाई हो रही है.

रविवार से जारी है आतंकियों की तलाश

सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया गया. इसमें कहा गया है कि 22 नवंबर को मुठभेड़ हुई और भीषण गोलीबारी हुई.

स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी एवं तलाशी अभियान जारी है. एक ग्रामीण ने बताया, ‘‘अभियान के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था. हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए.’’