जयपुर: बीजेपी (BJP) ने शुक्रवार को राजस्थान (Rajasthan) में 300 साल पुराने शिव मंदिर को गिराने के लिए कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना कांग्रेस पार्टी की धर्मनिरपेक्षता है. भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है.
मालवीय ने ट्वीट किया, "विकास के नाम पर राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़ा गया. करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है." पाकिस्तान से आये रेतीले तूफान की चपेट में आया जैसलमेर, सोनार किले की दीवारें हिली, शहर की बिजली हुई गुल
राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर…
करौली और जहांगीरपुरी पर आसूँ बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुँचना - यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म। pic.twitter.com/2cUcSH6Ox2
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 22, 2022
मालवीय ने कहा कि 18 अप्रैल को प्रशासन ने बिना नोटिस दिए 85 हिंदुओं की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया.
कांग्रेस की मानसिकता साफ झलक रही है।
राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को कांग्रेस सरकार द्वारा तोड़ा गया एवं शिवलिङ्ग को कटर से काटा गया। pic.twitter.com/gPPOlirrTN
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) April 22, 2022
मालवीय ने कहा, "18 अप्रैल को राजस्थान के राजगढ़ शहर में प्रशासन ने बिना किसी सूचना के 85 हिंदुओं के पक्के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाए. जहांगीरपुरी की तुलना में क्या वे चुनिंदा आंसू बहा रहे हैं और अभियान को अल्पसंख्यक विरोधी बता रहे हैं, यह स्वीकार कर रहे हैं कि अतिक्रमणकारी और दंगाई दोनों मुसलमान हैं."
पिछले हफ्ते हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़प के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध निर्माण और अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर चलाए जाने के बाद दोनों पक्षों में आपस में झगड़ा हो गया.
कांग्रेस ने केंद्र पर संवैधानिक अधिकारियों को कमजोर करने का आरोप लगाया क्योंकि वह विध्वंस अभियान पर सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति के आदेश का तुरंत पालन करने में विफल रहा.
इसे संवैधानिक मूल्यों का विध्वंस करार देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रस्तावना की तस्वीर साझा की, और कहा कि इसे बुलडोजर से खतरा है.
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने इसे अवमानना और नागरिक एजेंसी और दिल्ली पुलिस द्वारा अवज्ञा की एक बहुत ही खतरनाक मिसाल करार दिया था.