रेलवे (Railway) ने आचार सहिंता के चलते बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तस्वीरों वाले टिकट वापस लेने का फैसला किया. यह टिकट एक केंद्रीय मंत्रालय के विज्ञापन अभियान का हिस्सा थे. रेलवे के सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने यह आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग (Election Commission) का दरवाजा खटखटाया था कि इस तरह के टिकटों का उपयोग आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके बाद रेलवे ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इन्हें वापस लेने के फैसला लिया.
10 मार्च को लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद से ही देश में आचार सहिंता लागू है. उन्होंने बताया कि इस तरह के लगभग एक लाख टिकट छपे थे और कुछ शेष हैं. रेलवे ने कहा कि उसके सभी 17 मंडलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाले टिकटों का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर निर्देश दिये गए हैं. यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी ने सिक्किम की 12 और अरुणाचल प्रदेश की 6 सीटों के लिए जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने रेलवे टिकटों पर पीएम मोदी की तस्वीरें होने का हवाला देते हुए आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर मंगलवार को चुनाव आयोग के समक्ष बीजेपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि रेलवे टिकटों पर मोदी की तस्वीर आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की तरफ से किए जा रहे विज्ञापन का हिस्सा है और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. पार्टी ने चुनाव आयोग से ऐसे विज्ञापनों वाले रेलवे टिकट का मुद्रण रोकने का निर्देश देने और बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की थी.
भाषा इनपुट