वर्जनिटी टेस्ट का विरोध करने वाली महिला को डांडिया समारोह से निकाला, मामला पहुंचा पुलिस स्टेशन
महाराष्ट्र के पुणे में वर्जनिटी टेस्ट नहीं कराने का एक आजीबो गरीब मामला सामने आया है. पुणे के पिंपरी भाटनगर इलाके में एक महिला को डांडिया में शामिल होना चाहती थी. लेकिन उस महिला को पुणे में सार्वजनिक रूप से चल रहे डंडिया समारोह से बाहर निकाल दिया.
मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे में वर्जनिटी टेस्ट नहीं कराने का एक आजीबो गरीब मामला सामने आया है. पुणे के पिंपरी भाटनगर इलाके में एक महिला डांडिया समारोह में शामिल होना चाहती थी. लेकिन उस महिला को पुणे में सार्वजनिक रूप से चल रहे डंडिया समारोह से बाहर निकाल दिया गया. महिला की सिर्फ इतना गलती ये थी कि उसने जाट समुदाय में काफी लम्बे समय से चले आ रहे 'विर्जिनिटी टेस्ट' की कुप्रथा का विरोध किया था. जिसमे शादी के अगले दिन महिलाओं की वर्जिनिटी टेस्ट करवाया जाता है. जो उसने नहीं करवाया था. पीड़ित महिला को डांडिया से निकाले जाने को लेकर उसने पुणे पुलिस स्टेशन में आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
ख़बरों की मुताबिक पीड़ित महिला का नाम ऐश्वर्या है. वह सोमवार को पुणे के पिंपरी इलाके में आयोजित एक डांडिया समारोह में हिस्सा लेने गई थी. यह डांडिया समारोह जाट पंचायत द्वारा आयोजित किया गया था. वहां पहुंचने के बाद महिला ने जैसे ही डांडिया खेलना शुरू किया अचानक से संगीत बंद कर दिया गया. और महिला को जाट समुदाय के लोगों ने उसे वहां से यह कहकर जाने को कहां की उसे जाट समुदाय से बहिष्कार किया है.
जाट समुदाय की क्या है परम्परा
बता दें कि जाट समुदाय में परम्परा है कि सुहागरात के अगले दिन लड़की को अपना वर्जनिटी टेस्ट करवाना पड़ता है. लेकिन ऐश्वर्या नाम की यह महिला और उसके पति ने जाट समुदाय के इस प्रथा का विरोध करते हुए टेस्ट करवाने से मना कर दिया था. जिसके बाद इस महिला को जाट समुदाय से बहिष्कार कर दिया गया. जिसके बाद से ही ऐश्वर्या को जाट समुदाय द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम में जाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया.
ऐश्वर्या द्वारा पुणे पुलिस में उसके साथ हुए इस दुर्व्यहार को लेकर मामला दर्ज करवाने के बाद एसीपी संतीश पाटील का कहना है कि पीड़ित महिला के शिकायत के बाद उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा