पुलवामा अटैक के बाद एक्शन में मोदी सरकार: भूटान से विदेश सचिव को वापस बुलाया, NSA की मौजूदगी में होगी हाई-लेवल मीटिंग
आतंकी हमले की शिकार हुई बस (File Photo)

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 30 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. पुलवामा आतंकी हमले में अब तक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 44 जवान शहीद हुए है. इस बीच खबर है कि केंद्र सरकार आतंकियों के खिलाफ बड़ी करवाई करने के लिए कड़े फैसले लेने वाली है. इस हमले को लेकर शुक्रवार सुबह केंद्रीय सुरक्षा समिति की बैठक होने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात भी की है.

जानकारी के मुताबिक पुलवामा हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आईबी डायरेक्टर और एनएसए अजित डोभाल से बात की. एनएसए (NSA) अजित डोभाल ने आपात बैठक बुलाई है. वहीं भूटान दौरे पर आज ही थिंपू पहुंचे केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा ने समय से पहले यात्रा समाप्त कर भारत लौटने का फैसला किया है.

प्रधानमंत्री ने कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमले की निंदा की. उन्होंने कहा, ‘पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमले की घटना अत्यंत निंदनीय है. मैं इस कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में भर्त्सना करता हूं. हमारे बहादुर सुरक्षा कर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पूरा राष्ट्र बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कधें से कंधा मिलाकर खड़ा है. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.’

गौरतलब हो कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 42 जवान शहीद हो गये. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.

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यह हमला राजधानी श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा में हुआ. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है.  हताहतों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है. हमलें में जैश आतंकी द्वारा करीब 350 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किए जाने की आशंका जताई जा रही है.