नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध के नाम पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर आयोजित ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) में जमकर हिंसा हुई. अब किसान बजट (Budget 2021) के दिन संसद (Parliament) की तरफ कूच करने वाले है. दरअसल किसान आगामी बजट सत्र में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मोदी सरकार पर दबाव डालने के मकसद से ऐसा करेंगे. जिसके मद्देनजर सुरक्षा चाक-चौबंद की जा रही है. केंद्रीय आम बजट 2021-22 को 1 फरवरी 2021 को पेश किया जाएगा. Farmers Tractor Rally: किसानों की ट्रैक्टर रैली में मचे उपद्रव पर एक्शन में दिल्ली पुलिस, अब तक 22 FIR दर्ज
प्रदर्शकारी किसान संगठनों ने घोषणा की है कि वे एक फरवरी को केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करेंगे. क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शनपाल ने हाल ही में कहा था कि प्रदर्शनकारी किसान तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अडिग हैं और मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक फरवरी को बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ पैदल मार्च करेंगे. जहां तक की ट्रैक्टर रैली की बात है तो इससे सरकार को हमारी शक्ति के बारे में एक एहसास होगा और उसे पता चलेगा कि आंदोलन केवल हरियाणा या पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है. यह शांतिपूर्ण तरीके से होगा.’’
उल्लेखनीय है कि 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकली थी. दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात के बीच किसान गणतंत्र परेड निकालने के लिए रूट पहले ही तय कर दिए थे. मगर, किसान परेड अचानक बेकाबू हो गया और ट्रैक्टरों पर सवार लोग लालकिला पहुंच गए और वहां हुड़दंग मचाने लगे. हालात को काबू करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. किसान प्रदर्शन में शामिल लोगों ने दिल्ली के आईटीओ पर भी हंगामा किया जहां उनको काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों के साथ हिंसक झड़प में पुलिस के 300 से अधिक जवान जख्मी हो गए.