नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ लोगों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए सरकार की तीखी आलोचना की है. प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, "मेट्रो स्टेशन बंद हैं. इंटरनेट बंद है.हर जगह धारा 144 है. किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है. जिन्होंने आज टैक्सपेयर्स का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाएं हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं."
इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "मगर इतना जान लीजिए कि आवाज को जितना दबाएंगे, उतनी तेज आवाज उठेगी." यह भी पढ़े: देश में नागरिकता संशोधन कानून और NRC का विरोध, कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर
मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएँगे उतनी तेज आवाज उठेगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 19, 2019
इससे पहले प्रियंका गांधी ने राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाकउल्ला खान के शहादत दिवस पर ट्वीट किया था। ये दोनों स्वतंत्रता सेनानी 1927 में एक ही दिन ब्रिटिश शासन का विरोध करते हुए फांसी पर चढ़ गए थे. सीएए के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर सरकार ने स्पष्ट किया है कि 1955 के नागरिकता अधिनियम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस पर सरकार ने एक स्पष्टीकरण भी जारी किया है.
कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ जताया विरोध
कांग्रेस पार्टी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई के बीच कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी में इंटरनेट सेवा बंद करने के फैसले की निदा की है.कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा, "सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करना हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है. धारा 144 लगाना और इंटरनेट बंद करना सरकार द्वारा नागरिकों की आवाज बंद करना क्रूर प्रयास है, जो भारत के लोगों की आवाज से डरी हुई है.भाजपा को शर्म आनी चाहिए.