मुंबई, 17 दिसंबर : ठाणे पुलिस ने महाराष्ट्र के एक शीर्ष नौकरशाह के बेटे के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिस पर अपनी प्रेमिका को कुचलने का आरोप है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को जानकारी दी. ठाणे पुलिस कमिश्नर जय जीत सिंह ने कहा कि डीसीपी (वी) अमर सिंह जाधव की अध्यक्षता वाली एसआईटी उस मामले की जांच करेगी, जिसमें शिकायतकर्ता प्रिया उमेद्र सिंह ने अश्वजीत अनिल गायकवाड़ और अन्य पर आरोप लगाया है. पुलिस आयुक्त सिंह ने कहा,"एसआईटी मामले के सभी पहलुओं पर गौर कर रही है. गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं. जांच के दौरान तथ्यों का खुलासा होने पर आरोपियों पर अन्य धाराएं जोड़ी जाएंगी."
यह घटनाक्रम एक दिन बाद हुआ है, जब महाराष्ट्र कांग्रेस ने एक वरिष्ठ नौकरशाह के बेटे अश्वजीत को गिरफ्तार करने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार और पुलिस की आलोचना की थी, जिसने कथित तौर पर 11 दिसंबर को ठाणे में अपनी प्रेमिका प्रिया सिंह को एसयूवी के नीचे कुचलने का प्रयास किया था. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि हालांकि पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है, लेकिन ठाणे पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपी अश्वजीत गायकवाड़ और उसके दोस्तों को गिरफ्तार नहीं किया है, जिन्होंने उस पर जानलेवा हमला किया था. 34 वर्षीय अश्वजीत महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिलकुमार गायकवाड़ के बेटे हैं. यह भी पढ़ें : छात्रा का बलात्कार करने वाले आरोपी को मिली 20 वर्ष की सजा
ब्यूटीशियन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट (आईएएनएस रिपोर्ट - 15 और 16 दिसंबर) पर पूरी घटना का खुलासा किया था, इसमें उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्री एकनाथ शिंदे, राज्य पुलिस और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को टैग करते हुए अश्वजीत, उसके दोस्तों रोमिल पाटिल, प्रसाद पाटिल और सागर शेलकर पर कार्रवाई की मांग की. लोंढे ने कहा, "इसमें कुछ संदिग्ध है और यह संदेह पैदा करता है, ठाणे में एक लड़की को कार (एसयूवी) के नीचे कुचलने का प्रयास किया गया था. आरोपी अश्वजीत भारतीय जनता युवा मोर्चा का नेता और एमएसआरडीसी प्रमुख का बेटा है." .
गृह विभाग संभालने वाले डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस पर तंज कसते हुए लोंढे ने कहा कि हालांकि वह एक कुशल और सक्षम नेता हैं, लेकिन अगर ठाणे जैसे शहर में ऐसी गंभीर घटना होती है, तो यह उनकी कार्यप्रणाली और दक्षता पर सवालिया निशान खड़ा करता है. ". लोंढे ने कहा, "गृह विभाग क्या कर रहा है, ठाणे मामले में अपराधी को पुलिस कब गिरफ्तार करेगी, क्या भाजपा के लोग सोचते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं? क्या गायकवाड़ को इसलिए गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, क्योंकि उनके पिता एक उच्च पदस्थ हैं सरकार में अधिकारी?" उन्होंने सवाल किया कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं दिया जा सकता तो 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के नारे क्यों लगाए और महिला सुरक्षा के ढोल क्यों पीटे, उन्होंने तत्काल कार्रवाई की मांग की, चाहे कोई भी अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो.