4 महीने में 80 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं प्रधानमंत्री संग्रहालय
पीएम मोदी (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली, 30 अगस्त: भारत के युवाओं को नई ऊर्जा और प्रेरणा देने के साथ-साथ भारत के संविधान और भारत के सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा किए गए कार्यों और विकास को दर्शाने के लिए प्रधानमंत्री संग्रहालय का निर्माण कराया गया है. अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह संग्रहालय युवाओं बच्चों माता-पिता बुजुर्गों सभी के लिए एक ऐसी जगह है जहां पर जाकर हम अपने भारत को आजादी के पहले से लेकर अब तक जान सकेंगे. इस संग्रहालय में 15 प्रधानमंत्रियों की अलग-अलग गैलरी बनाई गई है. इसके साथ-साथ इसमें कुल 43 गैलरी बनाई गई है.

इसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, लाइट एंड साउंड शो, होलोग्राम्स, वर्चुअल रियलिटी, मल्टी टच, मल्टीमीडिया, इंटरएक्टिव बॉक्स, कंप्यूटराइज्ड स्क्रीन, स्मार्टफोन एप्लीकेशन समेत बहुत सारी चीजों का प्रयोग किया गया है. इस संग्रहालय में इतिहास और कला का सही मेल है जिसमें इमर्सिव डिजिटल तकनीक प्रधानमंत्रियों के शब्दों और जीवन को जीवंत करती हैं. 14 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक तथ्यों को देखने के लिए इस संग्रहालय का अनावरण किया था. यह भी पढ़ें : सहमति से संबंध बनाने से पहले पैन या आधार कार्ड चेक करने की जरूरत नहीं: दिल्ली हाई कोर्ट

इस संग्रहालय में अतीत को फिर से देखने, भविष्य में झांकने और देश के पिछड़े नेताओं द्वारा राष्ट्र को कैसे आकार दिया गया था, यह जानने के बहुत अच्छे साधन मौजूद हैं. इस संग्रहालय में प्रवेश करते ही हवा में घूमता हुआ 3डी प्रिंटेड राष्ट्रीय प्रतीक लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.