Prayagraj 3 Years Old Girl Death Case: अस्पताल का बिल न भरने पर डॉक्टरों ने बिना टांका लगाए परिजनों को सौंप दिया बच्ची का शव, NCPR ने लिया एक्शन

प्रयागराज के प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा पेट का ऑपरेशन करने के दौरान तीन साल की बच्ची की मौत से पूरा प्रशासन भड़क गया है. इस हादसे ने अस्पताल की पूरी पोल पट्टी खोल दी है. ख़बरों के अनुसार बच्ची के परिवार द्वारा 5 लाख रुपये का बिल न भर पाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर्स ने पेट में टांके लगाए बिना ही शव परिजनों को सौंप दिया.

प्रतीकात्मक तस्वीर(Photo Credit: Pixabay)

प्रयागराज के प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा पेट का ऑपरेशन करने के दौरान तीन साल की बच्ची की मौत से पूरा प्रशासन भड़क गया है. इस हादसे ने अस्पताल की पूरी पोल पट्टी खोल दी है. ख़बरों के अनुसार बच्ची के परिवार द्वारा 5 लाख रुपये का बिल न भर पाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर्स ने पेट में टांके लगाए बिना ही शव परिजनों को सौंप दिया. इस बारे में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) ने प्रयागराज कलेक्टर को लिखा है कि यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल ने ऑपरेशन के कुल पैसे जमा नहीं करने के कारण 3 साल की बच्ची की मौत के बाद पेट में टांके लगाए बिना ही शव परिजनों को सौंप दिया.

इस पत्र में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से इस मामले में सबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने और डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है. उन्होंने मृत बच्ची के परिवार वालों को मुआवजा देने का भी आग्रह किया है और 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश: बीना में जिंदा इंसान को डॉक्टरों ने बताया मुर्दा, पोस्टमॉर्टम रूम में चलने लगी सांस और फिर जो हुआ...

देखें ट्वीट:

बता दें कि बच्ची को पेट दर्द की शिकायत के बाद यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां ऑपरेशन के दौरान बच्ची की मौत हो गई. यह मामला उजागर तब हुआ जब एक ट्विटर यूजर ने तस्वीरों के साथ इस मामले को शेयर किया. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई.

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