Madan Dilawar Poster Video: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ जोधपुर में लगे पोस्टर, बताया गया इतिहास का सबसे बड़ा पलटू राम; जानें वजह
(Photo Credits Twitter)

Madan Dilawar Poster: राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ जोधपुर में पोस्टर लगे हैं. जिस पोस्टर में उन्हें इतिहास का सबसे बड़ा पलटू राम बताया गया है. पोस्टर राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक शंभू सिंह मेड़तिया (Shambhoo Singh Mertiya) ने लगवाया है. पोस्टर लगने के बाद प्रदेश में बवाल मच गया है.

राजस्थान पंचायती राज और माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक शंभू सिंह ने कहा कि सरकार बनने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सात बार आदेश निकाले थे, लेकिन सातों ही आदेश बाद में पलट दिए गए. ऐसे में उन्हें पलटू राम क्यों ना कहा जाये. यह भी पढ़े: Gabru Gang Motion Poster: पतंगबाजी प्रतियोगिता पर आधारित फिल्म ‘गबरू गैंग’ का मोशन पोस्टर हुआ रिलीज, 26 अप्रैल को सिनेमाघरों में देगी दस्तक (Watch Video)

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ जोधपुर में लगे पोस्टर: 

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ जोधपुर में लगे पोस्टर:

 

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सीएम से शिक्षा मंत्री को बदलने की मांग की:

मेड़तिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग के साथ ही निवेदन किया है कि शिक्षा मंत्री को बदलकर शिक्षा विभाग को बचाया जाए. क्योंकि उन्होंने शिक्षकों पर इतने काम थोप दिए गए कि वह शिक्षक की बजाय बोझा ढोने वाला व्यक्ति बन चुके हैं. ऐसे में आदेश पलटने वाले शिक्षा मंत्री को ही बदल दिया जाए.

जोधपुर के बाहर भी लगाए जाएंगे पोस्टर:

शंभू सिंह मेड़तिया कहा है कि मंत्री के खिलाफ ना सिर्फ जोधपुर शहर में ही नहीं बल्कि राजधानी जयपुर और दिलावर के क्षेत्र कोटा में भी पोस्टर लगाए जाएंगे. मेड़तिया ने कहा कि  जब तक शिक्षा मंत्री को बदला नहीं जाएगा तब तक यह उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगा.

दिल्ली में भी करेंगे प्रदर्शन:

शंभू सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में   राजस्थान के बाद दिल्ली तक जाकर दिलवर के खिलाफ  प्रदर्शन करेंगे. लेकिन जब तक दिलावर को शिक्षा विभाग से हटवा नहीं देंगे तब तक नहीं बैठेंगे.

दरअसल पोस्टर लगाने वाले शिक्षक नेता शम्भू सिंह का नाम पिछले दिनों सम्मानित होने वाले शिक्षकों में शामिल था लेकिन शिक्षक दिवस से ठीक एक दिन पहले उनका नाम काट दिया गया था. राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह से नाम काटे जाने पर मेड़तिया और उनके समर्थकों ने शिक्षा मंत्री का भारी विरोध किया था. लोगों का कहना है शम्भू सिंह का नाम काटकर उनका अपमाना किया गया.