
Sambhal Violence Update: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल नवंबर में हुई हिंसा के एक आरोपी के पोस्टर पुलिस ने जगह-जगह लगाए थे, लेकिन शुक्रवार को ये पोस्टर कई जगहों से फाड़ दिए गए. इस घटना के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि पोस्टर फाड़ने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने आरोपी की फोटो वाला एक पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर चिपकाया था, जिसमें लिखा गया था कि जो भी इस शख्स की जानकारी देगा, उसे नगद इनाम दिया जाएगा. साथ ही, सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.
संबल कोतवाली के **स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) अनुज कुमार तोमर ने कहा, "हमें जानकारी मिली है कि कुछ शरारती तत्वों ने आरोपी के पोस्टर हटा दिए हैं. हम इन लोगों की पहचान करेंगे और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे."
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पहली बार किसी एक आरोपी का पोस्टर लगाया गया
संभल हिंसा मामले में यह पहली बार है जब पुलिस ने किसी एक आरोपी का पोस्टर जारी किया है. इस बारे में जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, "हमारे पास और भी आरोपियों के चेहरे हैं और जल्द ही उनके पोस्टर भी पूरे शहर में लगाए जाएंगे. स्थानीय लोगों से अपील है कि वे पुलिस की मदद करें ताकि आरोपियों की गिरफ्तारी हो सके."
कैसे भड़की थी हिंसा?
यह हिंसा पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के पास हुई थी, जब एक न्यायालय के आदेश पर सर्वे किया जा रहा था. यह सर्वे एक पुजारी और छह अन्य लोगों द्वारा दायर एक याचिका के बाद किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद के स्थान पर पहले एक मंदिर था.
हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी और पुलिस पर पथराव भी किया गया था. पुलिस ने अब तक 76 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं, जो अपने घर की छतों से पुलिस पर पत्थर फेंकने की आरोपी हैं.