यवतमाल-वाशिम लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: जानें महाराष्ट्र की इस सीट से कौन बन रहा है सांसद
यवतमाल-वाशिम लोकसभा सीट से शिवसेना की महिला उम्मीदवार व वर्तमान सांसद भावना गवली का सीधा मुकाबला कांग्रेस वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे (Manikrao Thakare) से होगा वहीं, इन दोनों नेताओं को चुनाव में कड़ी टक्कर देने के लिए बीएसपी ने बहुजन समाज पार्टी से अरुण किन्वतकर को टिकट देकर मैदान में उतारा है.
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में लोकसभा चुनाव 2019 रविवार 19 मई को संपन्न हो गए हैं. आज नतीजों का दिन है और शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की यवतमाल-वाशिम सीट के रुझान भी आ रहे हैं. इस सीट पर शिवसेना भावना गवली (Bhavana Gawali) का सीधा मुकाबला कांग्रेस वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे (Manikrao Thakare) से है. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से महाराष्ट्र एक अहम राज्य हैं जिसमें 48 लोकसभा सीट है. सूबे में 4 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार को आये ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.
बता दें कि वर्ष 2009 में हुए परिसीमन के बाद यवतमाल लोकसभा सीट 3 प्रमुख हिस्सों में बंट गई.. जिसमें एक हिस्सा वाशिम जिले से जुड़ा, दूसरा चंद्रपुर जिले से तो तीसरा हिंगोली जिले से. दो बार वाशिम लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी गवली ने परिसीमन के बाद वाशिम निर्वाचन क्षेत्र से यवतमाल जुड़ जाने के बावजूद जीत हासिल की. 2009 के लोकसभा चुनाव में भावना गवली ने कांग्रेस के प्रत्याशी हरिभाऊ राठोड को 53 हजार वोटों से हराया. वहीं, 2014 के लोकसभा के चुनाव में भी कांग्रेस के उम्मदीवार शिवाजी राव मोघे को पटखनी दी. यह भी पढ़े: वर्धा लोकसभा सीट: जानें 2019 के उम्मीदवार, मौजूदा सांसद, मतदान की तारीख और चुनाव परिणाम
2014 में इन प्रत्याशियों को इतने वोट मिले
शिवसेना- भावना गवली- 477,905
कांग्रेस - शिवाजी राव मोघे- 384,089
बीएसपी- राठौड़ बलिराम परशुराम - 48,981
कुल 6 विधानसभा
बता दें कि महाराष्ट्र के यवतमाल-वाशिम लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीट आती है. इनमें यवतमाल, वाशिम, कारंजा, रालेगांव में बीजेपी का कब्जा है. जबकि दिग्रस में शिवसेना, पुसद में एनसीपी का कब्जा है.
अब ऐसे में देखने वाली बात है कि भावना गवली अब तक चार बार लोकसभा का चुनाव जीत चुकी है. दो बार वाशिम लोकसभा सीट तो वहीं दो बार यवतमाल-वाशिम सीट से चुनाव जीत चुकी है. अब ऐसे में देखना होगा कि जनता पांचवीं बार भावना गवली को संसद भवन पहुंचाती है या नहीं?