नई दिल्ली. नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) और एनआरसी (National Register of Citizens) को लेकर शुरू से ही केंद्र की मोदी सरकार पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हमलावर रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने यहां तक कहा है कि जब तक मैं जिंदा हूं एनआरसी नहीं लागू किया जाएगा. सीएए का भी विरोध करते हुए ममता की सरकार ने इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है. इसी बीच ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिखा है जिसमे उन्होंने कहा है कि राज्य के लिए फंड में कमी की जा रही है और फंड भी समय पर नहीं मिल रहा है.
ममता बनर्जी ने अपने पत्र में कहा कि बावजूद इसके की राज्य की जीडीपी 10.4 प्रतिशत बढ़ी है जो कि जीएसडीपी वर्ष 2019-20 में 5 प्रतिशत की राष्ट्रीय GDP वृद्धि के मुकाबले ज्यादा है. उन्होंने अपने पत्र में आगे कहा कि राज्य को जनवरी 2020 तक 50,000 करोड़ रुपये की कुल केंद्रीय निधि का हिस्सा मिलना बाकी है. यह भी पढ़े-ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कहा-हमने बिना कुछ बेचे पेश किया आपसे बेहतर बजट
ANI का ट्वीट-
West Bengal CM Mamata Banerjee writes to PM Narendra Modi stating,"I write to you with deep concern regarding the steady reduction of Central Funds to our state & also inordinate delay in release of funds due to us, from the Govt of India." (File pics) pic.twitter.com/LjWJZGBDwu
— ANI (@ANI) February 20, 2020
गौरतलब है कि पीएम मोदी पिछले महीने बंगाल के दौरे पर गए थे. इस दौरान ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजभवन में मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात के खत्म होने के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि पीएम मोदी से बात करते हुए मैंने उनसे कहा कि हम नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हैं. इसलिए हम चाहते हैं कि इसे वापस लिया जाना चाहिए.