कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रमुख दिलीप घोष (Dilip Ghosh) अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. रविवार को उन्होंने नागरिकता संसोधन कानून (CAA) और एनआरसी के विरोध के दौरान सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करने वाले के बारे में एक विवादित बयान दिया कि सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल में 500 करोड़ रुपए के सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है. इसके बाद भी ममता सरकार चुप हैं. लेकिन प्रदेश में उनकी सरकार आई तो नुकसान पहुंचाने वाले को गोली मार देंगे. वहीं आज बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए को लेकर उन्होंने एक विवादित बयान दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पश्चिम बंगाल में मंगलवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे उन्होंने विवादित बयान देते हुए दावा करते हुए कहा कि भारत में दो करोड़ बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए मौजूद हैं. एक करोड़ पश्चिम बंगाल में तो वहीं एक करोड़ पूरे देश में रह रहे हैं. वे ऐसे लोगों को अपने देश में रहने नहीं देंगे यदि उनका नाम वोटर लिस्ट में होगा तो निकाल दिया जाएगा. यह भी पढ़े: CAA Protests: दिलीप घोष के गोली मारने वाले बयान पर भड़की सीएम ममता बनर्जी, कहा- यह पश्चिम बंगाल है यूपी नहीं?
Dilip Ghosh, BJP West Bengal Chief: 2 crore Bangladeshi Muslim infiltrators have entered India; 1 crore are in West Bengal & 1 crore have spread across the country. We will not allow any Bangladeshi Muslim to stay here. If their names are in voters' list then it will be removed. pic.twitter.com/abYAHzdPNX
— ANI (@ANI) January 21, 2020
सीएए किसी भी कीमत पर नहीं होगा वापस : अमित शाह
वहीं लखनऊ में मंगलवार को अमित शाह ने सीएए के समर्थन में एक रैली को संवोधित करते हुए साफ शब्दों में कहा है कि जिसे सीएए का विरोध करना है करे. लेकिन सीएए किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा. अमित शाह का कहना है कि यह नागरिकता देने का कानून है न की नागरिकता छिनने का. विपक्ष लोगों को इस कानून को लेकर सिर्फ गुमराह कर रहा है.
बता दें कि पूरे देश में नागरिकता संशोधिन कानून और एनआरसी का विरोध हो रहा है. वहीं इस कानून का पश्चिम बंगाल में भी जमकर विरोध हो रहा है. लोगों के विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हैं. प्रदेश के लोगों को उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा है कि जब तक वे जिंदा है. तब तक पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होने दिया जाएगा.