पश्चिम बंगाल: दिलीप घोष का विवादित बयान, कहा- हम पॉवर में आए तो सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले को मार देंगे गोली
पश्चिम बंगाल (West Bengal ) में बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष दिलीप घोष ( Dilip Ghosh) ने नागरिकता संसोधन कानून (CAA) और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. उन्होंने नॉर्थ 24 परगना (North 24 Parganas) में एक सभा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में पश्चिम बंगाल में 500 करोड़ के सार्वजनिक संपत्ति (Public Property) नुकसान हुआ है. लेकिन उसके बावजूद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शांत हैं. सब सूबे में जब हमारी सरकार होगी तो हम ऐसे घर एक शख्स की पहचान करेंगे और उन्हें गोली मार देंगे. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
कोलकाता:- पश्चिम बंगाल (West Bengal ) में बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष दिलीप घोष ( Dilip Ghosh) ने नागरिकता संसोधन कानून (CAA) और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. न्यूज एजेंसी एनआईए की खबर के मुताबिक उन्होंने नॉर्थ 24 परगना (North 24 Parganas) में एक सभा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में पश्चिम बंगाल में 500 करोड़ के सार्वजनिक संपत्ति (Public Property) नुकसान हुआ है. लेकिन उसके बावजूद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शांत हैं. सूबे में जब हमारी सरकार होगी तो हम ऐसे हर एक शख्स की पहचान करेंगे और उन्हें गोली मार देंगे. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
दिलीप घोष के इस बयान के बाद फिर से पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मच गई है. बता दें कि यह पहली बार नहीं हुआ है जब दिलीप घोष विवादित बयान के कारण सुर्खियों में आए हों. इससे पहले उन्होंने हावड़ा (Howrah) में एक कार्यक्रम के दौरान दिलीप घोष ने कहा कि जो लोग सीएए (CAA) का विरोध कर रहे हैं वो लोग निडर, शैतान और परजीवी कहा था.
दिलीप घोष ने कहा,
सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ विवादित बयान देते हुए कहा था कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह गोली मार देनी चाहिए, जिसे लेकर उनके खिलाफ दो और एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. उन्होंने कहा था कि दीदी की पुलिस ने सार्वजनिक संपत्तियों को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि वो उनके वोटर थे.