महाराष्ट्र: ग्रामीणों ने मेट्रो के लिए उनकी जमीन अधिग्रहण करने के लिए MMRDA का किया विरोध
महाराष्ट्र में ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो लाइन पांच की परियोजना में अड़चन पैदा हो सकती है क्योंकि कल्याण-भिवंडी मार्ग के पास गोवगांव के 100 से अधिक परिवारों ने अपनी जमीन पर एक मेट्रो कोच शेड बनाने के प्रस्ताव का विरोध किया है. ग्रामीणों ने कहा कि मेट्रो कोच शेड के लिए अपनी जमीन को खोना नहीं चाहते क्योंकि यह उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत है.
महाराष्ट्र में ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो लाइन (Thane-Bhiwandi-Kalyan Metro) पांच की परियोजना में अड़चन पैदा हो सकती है क्योंकि कल्याण-भिवंडी मार्ग के पास गोवगांव के 100 से अधिक परिवारों ने अपनी जमीन पर एक मेट्रो कोच शेड बनाने के प्रस्ताव का विरोध किया है. ग्रामीणों ने कहा कि मेट्रो कोच शेड के लिए अपनी जमीन को खोना नहीं चाहते क्योंकि यह उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत है.
कोन-गोव संघर्ष समिति के सचिव पंढरीनाथ भोईर ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) गोवगांव में मेट्रो कोच शेड के लिए हमारी करीब 36 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना चाहती है. यह कदम लगभग 100 परिवारों को प्रभावित करेगा." समिति का प्रतिनिधित्व करने वाली वकील नीता महाजन ने कहा, "ग्रामीणों के पास इस जमीन पर उनके घर, दुकानें और छोटे-मोटे कारखाने हैं."
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एमएमआरडीए ने पिछले साल निवासियों को नोटिस भेजा था, जिसमें उसने कहा था कि वह मेट्रो कोच शेड बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण करना चाहता है. भोईर ने कहा, "हम मेट्रो परियोजना के खिलाफ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि एमएमआरडीए इसके बजाए सरकारी जमीन का उपयोग करें. हम अपनी जमीन देने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि हम अपनी आजीविका खो देंगे." उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली मुआवजे की प्रस्तावित राशि बाजार मूल्य से काफी कम है.