VIDEO: स्वामी प्रसाद मौर्य पर फिर फेंका गया जूता! आरोपी बोला -'सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे'
स्वामी प्रसाद पर एक युवक ने जूता फेंक दिया. इतना ही नहीं, युवक ने दूसरा जूता भी फेंकने की कोशिश की और जेब से काला झंडा निकालकर मुर्दाबाद के नारे लगाए.
रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनके बयानों के कारण नहीं, बल्कि उनके ऊपर फेंके गए जूते के कारण. आगरा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे स्वामी प्रसाद पर एक युवक ने जूता फेंक दिया. इतना ही नहीं, युवक ने दूसरा जूता भी फेंकने की कोशिश की और जेब से काला झंडा निकालकर मुर्दाबाद के नारे लगाए. मौके पर मौजूद लोगों ने युवक की जमकर पिटाई कर दी. बाद में पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि युवक हिंदू महासभा का पदाधिकारी है. इससे पहले लखनऊ में भी एक वकील के वेश में युवक ने स्वामी प्रसाद पर जूता फेंका था.
क्या है पूरा मामला?
स्वामी प्रसाद मौर्य आगरा के डौकी थाना क्षेत्र में माता sati मंदिर पर पार्टी प्रत्याशी होमत सिंह निषाद के पक्ष में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान श्रोताओं में बैठे एक युवक ने बैरिकेडिंग पार कर आगे आया और अपने दाहिने पैर का जूता उतारकर स्वामी प्रसाद पर फेंक दिया. जूता स्वामी प्रसाद को नहीं लगा, लेकिन माइक से टकरा गया. इसके बाद युवक ने दूसरे पैर का जूता भी उतारा और उन्हें फेंकने के लिए दौड़ा. साथ ही उसने अपनी जेब से एक काला झंडा निकालकर उन्हें दिखाया और मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए भागने लगा.
अचानक हुई इस घटना से वहां मौजूद सभी लोग सन्न रह गए. जब तक पुलिस और सुरक्षाकर्मी युवक को पकड़ने के लिए दौड़े, तब तक वह भागने लगा. लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया. तब तक स्वामी प्रसाद के समर्थक भी वहां पहुँच गए और युवक की जमकर पिटाई करने लगे. पुलिस ने किसी तरह युवक को लोगों से छुड़ाया और अपनी हिरासत में ले लिया. पुलिस हिरासत में आने के बाद भी युवक नारेबाजी करता रहा.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक व्यक्ति खुद को एक संगठन का प्रदेश अध्यक्ष बताते हुए कुंवर अजय तोमर के रूप में अपना परिचय दे रहा है. वह कहता है कि कुछ समय पहले हमारे महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र धाकड़ ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका था. यह बहुत खुशी की बात है. उसने कहा कि सनातन धर्म को पाखंड और ब्राह्मणों को राक्षस कहने वालों का यही हश्र होगा. ऐसे लोगों को आगरा की धरती पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वह जहाँ भी जाएँगे, उनके साथ ऐसा ही होगा.