UP Bye-Polls 2020: उत्तर प्रदेश के आठों सीटों के लिए बीजेपी ने कसी कमर, सूबे के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह उतरे मैदान में, विपक्ष नहीं आ रहा नजर
उत्तर प्रदेश में 8 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को भाजपा ने प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी है। सरकार और संगठन की ओर से रणनीति बनाकर किला फतेह करने की कोशिश होने लगी है. जमीनी नब्ज टटोलने के लिए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री खुद मैदान पर उतरे हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 8 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को भाजपा (BJP) ने प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी है. सरकार और संगठन की ओर से रणनीति बनाकर किला फतेह करने की कोशिश होने लगी है. जमीनी नब्ज टटोलने के लिए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह (Swatantra Dev Singh) और सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री खुद मैदान पर उतरे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव पहले कानपुर में प्रदेश सरकार में मंत्री रहीं स्वर्गीय कमलरानी वरूण (Kamal Rani Varun) के घर जाकर उन्हें श्रद्घांजलि दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं से मिलकर चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की.
इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला भी बोला. इसके बाद वह देवरिया दौरे पर हैं। वहां पर पूर्व विधायक जनमेजय सिंह के निधन के कारण उपचुनाव होने हैं. इन बैठकों में वह चुनावी तैयारियों के साथ विपक्ष की ताकत की थाह लेने में जुटे हैं. उधर, सरकार की ओर से दोनों उपमुख्यमंत्रियों को भी चुनाव जीताने की जिम्मेंदारी सौंपी गयी है. इसी क्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कानपुर की घाटमपुर विधानसभा पहुंचे. इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान 272 करोड़ की लागत से 212 किमी लम्बी सड़कों और 71 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का दावा, कहा- विधानसभा उपचुनाव में पार्टी करेगी ‘क्लीन स्वीप’
चुनावी शंखनाद करते हुये वे बोले कि 2020 के उपचुनाव को लेकर तैयार रहें और भाजपा को वोट देकर कमलारानी जी को सच्ची श्रद्घांजलि दें. इस दौरान उन्होने आनूपुर मोड़ से परास चौराहा मार्ग का नाम कमलरानी के नाम से करने की घोषणा भी की. इसके अलावा अब उनका दौरा रामपुर, बुलंदशहर, अमरोहा और फिरोजाबाद का है. उपमुख्यमंत्री डॉ. ़दिनेश शर्मा ने भी उन्नाव की बंगरमऊ की सीट से सारे समीकरण दुरूस्त करने शुरू कर दिये हैं. इसके बाद वह टुंडला जाएंगे. इन सभी के साथ संगठन के लोग भी वहां पर पहले से मौजूद रहते हैं, जो जमीनी फीडबैक देते हैं.
राजनीतिक जानकार राजीव श्रीवास्तव का कहना है कि जिन 8 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. उनमें से 6 सीटें भाजपा के पास थीं। भाजपा सत्तारूढ़ दल है, ऐसे में उसके लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का विषय है। भाजपा चाहेगी कि 8 सीटें न जीत पाए तो कम से कम 6 सीटों पर जीत बरकरार रखे. भाजपा के प्रदेश मंत्री चन्द्रमोहन ने कहा कि, "भाजपा हर चुनाव को लेकर संजीदा रहती है। हमारी पार्टी ने पूरी तैयारी कर रखी है। भाजपा सरकार की बहुत सारी उपलब्धियां हैं, इस कारण जनता भाजपा के प्रत्याशियों को निश्चित तौर पर विजयी बनाएगी.