लखनऊ. यूपी की महाराजगंज जिले की नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी (Independent MLA Aman Mani Tripathi) की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं. बताना चाहते हैं कि उन्हें चमोली जिला प्रशासन ने जब चेकिंग के दौरान रोका था और उस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अनुमति देने का जो दावा किया था उसे यूपी सरकार ने खारिज कर दिया है. इस पुरे मामले पर यूपी सरकार (Uttar Pradesh Government) ने अपना पक्ष रखते हुए बयान दिया है. सरकार का कहना है कि विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने ये सब स्वंय किया है. साथ ही उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की तरफ से कोई अनुमति नहीं दी गई है. इससे पहले प्रशासन ने लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया हुआ है.
बता दें कि निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ उत्तराखंड के टिहरी जिले में केस दर्ज हुआ है.उनपर आरोप है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य में शामिल होने का हवाला देकर बद्रीनाथ-केदारनाथ जा रहे थे. लेकिन प्रशासन ने उन्हें चमोली जिले से पहले ही रोका और वापस भेज दिया. यह भी पढ़े-यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज, जा रहे थे बदरीनाथ-केदरानाथ
ANI का ट्वीट-
There are reports in media about MLA, Aman Mani Tripathi being authorized to go to Uttarakhand. It is clarified that State Govt did not authorize him to travel to Uttarakhand and he is responsible for his own actions. Linking CM to the incidence is condemnable: UP Govt statement
— ANI UP (@ANINewsUP) May 4, 2020
उल्लेखनीय है कि इससे पहले विधायक अमनमणि अपने 10 साथियों के साथ तीन गाड़ियों के काफिले के साथ रविवार को बदरीनाथ-केदारनाथ धाम जा रहे थे लेकिन चमोली जिला प्रशासन ने उन्हें रास्ते में चेकिंग के दौरान रोका. इसके साथ ही प्रशासन ने उन्हें बद्रीनाथ के कपाट नहीं खुलने का हवाला देते हुए वापस भेज दिया. विधायक सहित 10 लोगों के खिलाफ पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है.