उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अमेठी में मृतक ईंट व्यवसायी के परिजनों से अभद्रता के मामले में यहां के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया गया है. उनके स्थान पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरूण कुमार (Arun Kumar) को नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. प्रशांत शर्मा को प्रतीक्षा सूची रखा गया है. प्रशांत शर्मा (Prashant Sharma) के व्यवहार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) नाराज थे. प्रशांत शर्मा अमेठी में आने से पहले लखनऊ में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे. उन्होंने 13 जुलाई को ही अमेठी के जिलाधिकारी का पद संभाला था.
अमेठी में पीड़ित के वार्ता के दौरान आपा खो देने के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया और अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया है. केंद्रीय मंत्री व अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट कर उन्हें अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी थी.
DM प्रशांत शर्मा जी, ये एक मृतक का भाई है, थोड़ा जज्बाती होना लाजमी है। आपने इस गरीब का नहीं, समूचे लोकतंत्र का कॉलर पकड़ कर घसीटा है। जिस संविधान की शपथ ली उसका ही अपमान किया है। मैं @myogiadityanath से अनुरोध करूँगा कि अमेठी DM तत्काल निलंबित किए जाएँ। @ChiefSecyUP pic.twitter.com/lYbdnX4rHV
— Vedank Singh (@VedankSingh) November 13, 2019
अरुण कुमार को जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. वह अभी तक मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर तैनात थे. मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रशांत शर्मा अपने खराब व्यवहार पर हाईकोर्ट से पहले भी दंडित किए जा चुके हैं.
District Magistrate (DM) of Amethi, Prashant Sharma has been removed. Arun Kumar, the Vice Chairman of Moradabad Development Authority is the new Amethi DM. More details awaited.
— ANI UP (@ANINewsUP) November 14, 2019
पीड़ित से अभद्रता के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है और अभद्रता करने के मामले में अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटाकर प्रतीक्षा सूची में डाला गया है. ज्ञात हो कि मंगलवार को अमेठी के एक ईंट व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बातचीत के दौरान जिले के डीएम आपा खो बैठे और परिजनों से अभद्रता कर बैठे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
हालांकि, डीएम ने खुद ऐसे आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा था कि पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई से पूरा परिवार संतुष्ट है. जो वीडियो चल रहा है वह एडिट किया हुआ है. इसे लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में प्रशासन का बल अपराधियों पर तो नहीं चलता है, लेकिन पीड़ित परिवार के लोगों से इस तरह का शर्मनाक व्यवहार आए दिन होता है.