नई दिल्ली, 21 सितंबर. देश में किसान बिल (Farm Bill) को लेकर घमासान जारी है. कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष इस बिल को लेकर हमलावर है. बावजूद इसके लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी यह बिल पास हो चुका है. इससे पहले रविवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में विपक्ष ने हंगामा करते हुए उपसभापति का अनादर भी किया. इस लेकर सरकार अब हमलावर की भूमिका में नजर आ रही है. इसी कड़ी में केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से तीन मंत्रियों ने प्रेस वार्ता कर मामले पर बयान जारी किया है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि अगर मार्शल बीच में नहीं आते तो राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह पर भी हमला हो सकता था.
ज्ञात हो कि केंद्र की तरफ से रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी ने राज्यसभा उपसभापति का मसला उठाते हुए इसे दुखद करार दिया है. इससे पहले भी देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई लोगों ने इस मसले को उठाया है. यह भी पढ़ें-Attack On the Chair of Dy Chairman: उपसभापति की कुर्सी पर हमले पर बोलीं स्मृति ईरानी- क्या यह देश की राजनीति के लिए उचित है?
ANI का ट्वीट-
There is enough visual evidence available that if the Marshals would have not protected the Deputy Chairperson of (Rajya Sabha) Harivansh Ji, he would have been nearly physically assaulted: Union Minister Ravi Shankar Prasad https://t.co/vmbmmHqTNS
— ANI (@ANI) September 21, 2020
वहीं इस पुरे घटनाक्रम पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें अगर वोट करना था तो सीट पर चले जाना चाहिए था. राज्यसभा उपसभापति की तरफ से 13 बार उन सांसदों को वापस सीट पर जाने के लिए कहा गया. यह संसद के लिए बेहद ही शर्मनाक दिन था. इस दौरान माइक टूट गया, तार सहित नियम पुस्तिका को फाड़ दिया गया. ऐसे में अगर मार्शल वहां नहीं आते तो उपसभापति पर शारीरिक हमला हो सकता था.