5 राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly elections 2018) के नतीजे आ गए हैं. इन नतीजों में निश्चित ही कांग्रेस को जीत मिली है, लेकिन बहुमत की बात करें पार्टी सिर्फ छत्तीसगढ़ में इस आंकड़े को छू पाई. राजस्थान और मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को निर्दलियों का समर्थन लेना होगा, तभी पार्टी बहुमत साबित कर पाएगी. राजस्थान में कांग्रेस को 99 सीट मिली हैं जबकि मध्य प्रदेश में 114 सीटें. राजस्थान में बीएसपी को 6 और एमपी में 2 सीट हासिल हुई हैं. इस संदर्भ में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस की.
इस दौरान उन्होंने कहा कि बीएसपी ने कांग्रेस और बीजेपी, दोनों से मुकाबला किया है. मायावती ने कहा कि बीएसपी मध्यप्रदेश में कांग्रेस को समर्थन दे रही है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि लोग बीजेपी की नीतियों से नाराज थे, इस वजह से नहीं चाहते हुए भी लोगों ने कांग्रेस को चुना है.
#WATCH: "To keep BJP out of power we have agreed to support Congress in Madhya Pradesh and if need be in Rajasthan, even though we don't agree with many of their policies,"says Mayawati, BSP #AssemblyElections2018 pic.twitter.com/1gr6RFRZHO
— ANI (@ANI) December 12, 2018
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि परिणाम यह दिखाते हैं कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सरीखे राज्यों में लोग पूरी तरह से बीजेपी के खिलाफ थे. बड़े विकल्प मौजूद नहीं होने की हालत में जनता ने कांग्रेस को चुना है. यह भी पढ़ें- मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
मायावती ने कहा कि कई मुद्दों पर हमारे और कांग्रेस के विचार एक नहीं हैं लेकिन हम उन्हें समर्थन देंगे. अगर राजस्थान में जरूरत पड़ी तो बसपा वहां भी कांग्रेस को समर्थन देगी. साथ ही मायावती ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने एससी-एसटी वर्ग का उद्धार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस गैर है लेकिन बैर नहीं, कांग्रेस राज में दलितों का भला नहीं हुआ, इसलिए हमने बीएसपी बनाई.