मध्यप्रदेश चुनाव में कांटे की टक्कर के बाद भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान का सपना टूट गया. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में शिवराज अपनी सीट बचाने में तो कामयाब रहे, लेकिन उनके 11 मंत्री अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है. वहीं शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल के पास अपना इस्तीफा दे दिया. इस दौरान शिवराज ने कहा कि हमारी पार्टी को पूर्ण बहुमत न मिलने के कारण हम सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे.
वहीं राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (kamal Nath) ने बुधवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है. यह बैठक भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर में बुधवार शाम 4 बजे होगी. चुनाव नतीजों के बाद यह पहली बैठक बेहद अहम है. इसमें प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, (Jyotiraditya Scindia) दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh), दीपक बाबरिया (Deepak Babriya) और विवेक तन्खा समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
Bhopal: Shivraj Singh Chouhan arrives at Raj Bhawan to tender his resignation to the Governor. #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/8j1HXEs6P0
— ANI (@ANI) December 12, 2018
राज्य की 230 सीटों में से बहुमत के लिए 116 सीटों पर जीत आवश्यक है, कांग्रेस इस आंकड़े में से दो सीटें पीछे है.कांग्रेस 114 सीटें ही जीत सकी है. बसपा और सपा के कांग्रेस को समर्थन देने के आसार बन रहे हैं. इस तरह बसपा के दो और सपा के एक विधायक का साथ मिलने पर कांग्रेस बहुमत के आंकड़े को पार कर सकती है. वहीं भाजपा को 109 सीट ही मिली है.
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इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह (Rakesh Singh) ने कहा कि हम बुधवार को राज्यपाल (Governor ) महोदय से मुलाकात करेंगे. राकेश सिंह ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस को जनादेश नहीं मिला है. राकेश सिंह ने दावा किया है कि राज्य के कई निर्दलीय विधायक उनके संपर्क में है.