
Maharashtra: राज्यसभा के पूर्व सदस्य और कोल्हापुर शाही परिवार के वंशज संभाजीराजे छत्रपति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के समाधि स्थल के निकट एक श्वान के स्मारक को हटाने का आग्रह किया है. उन्होंने 22 मार्च को लिखे पत्र में इस बात पर जोर दिया कि श्वान का स्मारक इस साल 31 मई से पहले हटा दिया जाना चाहिए.
पत्र में कहा गया है, ‘‘कुछ दशक पहले, 17वीं शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रायगढ़ किले में उनके समाधि स्थल के पास वाघ्या नामक श्वान का स्मारक बनाया गया था.’’
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रायगढ़ किले से हटेगा ‘वाघ्या’ श्वान का स्मारक?
रायगडावर शिवाजी महाराजांच्या समाधीलगत असलेली वाघ्या कुत्र्याची समाधी हटविण्याची मागणी संभाजीराजे छत्रपती यांनी केलीय.
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— LetsUpp Marathi (@LetsUppMarathi) March 23, 2025
'श्वान के अस्तित्व का कोई प्रमाण नहीं'
आगे कहा गया, ‘‘शिवाजी महाराज के पालतू श्वान का नाम वाघ्या होने के बारे में कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है. क्योंकि ऐसा कोई सबूत नहीं है, इसलिए यह किले पर अतिक्रमण है, जिसे कानूनी तौर पर एक विरासत ढांचे के रूप में संरक्षित किया गया है.’’
उन्होंने दावा किया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भी स्पष्ट किया है कि श्वान के अस्तित्व का कोई साक्ष्य या लिखित प्रमाण नहीं है. पूर्व सांसद ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे महान शिवाजी महाराज की विरासत का अपमान होता है.’’
क्या है एएसआई की नीति?
एएसआई की नीति के अनुसार 100 साल से अधिक पुरानी संरचना को संरक्षित किया जाता है. संभाजीराजे ने कहा कि वाघ्या श्वान के स्मारक ढांचे को ऐसा दर्जा मिलने से पहले ही हटा दिया जाना चाहिए.