हैदराबाद, 25 फरवरी : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी (Y.S. Jagan Mohan Reddy) की बहन वाई.एस. शर्मिला (Ys Sharmila) ने बुधवार को तेलंगाना में अपनी राजनीतिक योजनाओं की घोषणा करने से पहले परामर्श के तौर पर छात्रों और युवाओं के साथ बातचीत की. शर्मिला, जो अपने दिवंगत पिता और अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के वफादारों से भी मुलाकात कर चुकी हैं, वह अब छात्रों से मिली हैं. शर्मिला ने अपने लोटस पॉण्ड निवास पर विश्वविद्यालय (university) के छात्रों और बेरोजगार युवाओं (Unemployed youth) के साथ बैठक की. उन्होंने तेलंगाना की राजनीति में प्रवेश करने की अपनी योजनाओं के बारे में उनकी प्रतिक्रिया ली और उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ की. शर्मिला ने फीस प्रतिपूर्ति से लेकर नौकरियों से संबंधित मुद्दों पर भी छात्रों एवं युवाओं के साथ चर्चा की.
शर्मिला के साथ बातचीत करने वाले कुछ छात्रों ने बाद में मीडिया को बताया कि वे तेलंगाना में 'राजन्ना राज्यम' चाहते हैं, ताकि शुल्क प्रतिपूर्ति (फी रिंबर्समेंट) योजना ठीक से लागू हो और उन्हें नौकरियां मिलें. राजन्ना राज्यम 2004 और 2009 के बीच अविभाजित आंध्र प्रदेश में राजशेखर रेड्डी के शासन का एक संदर्भ है, जब उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारा था. यह भी पढ़ें : Delhi: MCD उपचुनाव से पहले केजरीवाल ने किया रोड शो, BJP पर साधा निशाना
युवाओं ने आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने अपने हितों के लिए छात्रों का इस्तेमाल किया है और सत्ता में आने के बाद उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया गया है. छात्रों ने कहा कि शर्मिला ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगी कि हर गरीब छात्र को शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए वाईएसआर द्वारा शुरू की गई योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू की जाए और तेलंगाना में बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान किया जाए.