उत्तर प्रदेश: एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- नकली शराब बेचने और झूठ बोलने में नंबर वन

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी को नकली शराब बेचने और झूठ बोलने में नंबर वन पार्टी बताया. कहा विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने समाजवादी पार्टी को कोई वॉकओवर नहीं दिया है. अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगल राज चल रहा है.

अखिलेश यादव (Photo Credits ANI)

लखनऊ, 20 जनवरी: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को बीजेपी पर निषाना साधा और कहा कि बीजेपी को नकली शराब बेचने और झूठ बोलने में नंबर वन पार्टी बताया. उन्होंने कहा कि शिक्षा में राजनैतिक हस्तक्षेप ठीक नहीं है. लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने समाजवादी पार्टी को कोई वॉकओवर नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ बोलने में नंबर वन है. विधान परिषद में दोनों प्रत्याशियों की जीत तय होने पर उन्होंने कहा कि बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के भय से 11 वां प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के ऑफिस में लंबे अंतराल के बाद पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे और अखिलेश यादव के साथ मंच पर बैठे.

उन्होंने कहा कि बीजेपी तो उत्तर प्रदेश में सिर्फ हमसे ही भयभीत रहती है. समाजवादी पार्टी के डर के कारण बीजेपी ने अपना 11वां प्रत्याशी नहीं खड़ा किया. सहयोगी दल के विधायकों के साथ ही बीजेपी अपने दम पर भी 11वां प्रत्याशी उतार सकती थी, लेकिन बीजेपी को मालूम है कि बड़ी संख्या में उनके विधायक सरकार के काम से असंतुष्ट हैं. हम तो दावा के साथ कह रहे हैं कि बीजेपी के लोग तो बगावत करने को तैयार थे हमारी गलती हो गयी जो हमने विधान परिषद में तीसरा प्रत्याशी नही लड़ाया.

यह भी पढ़ें: कांग्रेस द्वारा बनाई गई भारत की छवि को नष्ट कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: राहुल गांधी

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगल राज चल रहा है. यहां पर तो मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर हत्या और दंगा करवाने के आरोप हैं. ये लोग अपने ऊपर लगे आरोप को वापस लेने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी की सरकार आई है, तब से देश में नौकरियां घट रही हैं. निजीकरण तेजी से हो रहा है. शिक्षा में राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है. बीजेपी के लोग छात्र संघ का चुनाव नहीं कराना चाहते हैं. युवाओं पर आज एनएसए लगाया जा रहा है. शिक्षा संस्थाओं की फीस बेतहाशा बढ़ रही है. आगे चलकर गांव, गरीब, किसान के बेटे नहीं पढ़ पाएंगे.

Share Now

\