नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दावा किया कि देश के 50 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा बीमा के दायरे में आते हैं, जो 2014 के आंकड़ों के मुकाबले 10 गुना अधिक है. नरेंद्र मोदी एप (नमो) पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों से बात करने के दौरान मोदी ने यह भी कहा कि 20 करोड़ से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना की सुरक्षा मिली है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, (सरकार द्वारा समर्थित एक योजना) के अंतर्गत 5.5 करोड़ से अधिक लोगों ने खुद का पंजीकरण किया है और करोड़ों रुपये का दावा भी किया है.
मोदी ने कहा, "तीन लाख से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक पेंशन योजना) के लिए नामांकन कराया है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते साल शुरू हुए इस योजना से करीब तीन लाख बुजुर्ग लोगों को फायदा हुआ है, जिसके तहत 60 साल से ऊपर के नागरिकों को 10 साल के लिए आठ फीसदी की दर से तय रिटर्न प्राप्त होगा. उन्होंने कहा, "इसके अलावा, सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयकर की मूल सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर तीन लाख कर दी है."
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि सभी सामाजिक और भौगोलिक वर्ग के लोगों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम प्रीमियम पर लॉन्च की गई सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं ने लोगों को जीवन की अनिश्चितताओं का सामना करने में मदद की है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का 13 करोड़ से ज्यादा लोगों ने फायदा उठाया है.
उन्होंने कहा, "इस योजना के तहत लोग सिर्फ 12 रुपये प्रति वर्ष का बीमा किस्त चुकाकर दो लाख रुपये तक के आकस्मिक बीमा कवरेज का दावा कर सकते हैं."
प्रधानमंत्री जनधन योजना के बारे में मोदी ने कहा, "हमने गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे खोलने, छोटे व्यवसायियों व उद्यमियों के लिए पूंजी तक पहुंचने और गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों को सामाजिक सुरक्षा बीमा के दायरे में लाने जैसे तीन पहलुओं पर जोर दिया."
उन्होंने कहा, इस योजना के तहत 2014 से 2017 की अवधि में कुल 28 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं, यह दुनिया भर में खुले कुल बैंक खाते का करीब 55 फीसदी है."
उन्होंने कहा, "मैं विशेष रूप से खुश हूं कि ज्यादा महिलाओं के पास बैंक खाते हैं. महिलाओं के लिए वित्तीय स्तर पर मजबूत होना जरूरी है."