महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच आज शिवसेना के सांसद संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बताया कि शिवसेना, कांग्रेस-एनसीपी के साथ Common Minimum Programme पर चर्चा कर रही है. उन्होंने कहा कि कोई कितना भी रोकने की कोशिश करे, सूबे में अगली सरकार शिवसेना के नेतृत्व में ही बनेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते है कि अगले 25 साल तक महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री रहे. बता दें कि शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव बीजेपी और अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर लड़ा था मगर मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच ठन गई.
इस दौरान उनसे वीर सावरकर को भारत रत्न देने के बारे में भी सवाल किया गया, इस पर उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि इतने साल में उन्हें ये सम्मान क्यों नहीं दिया गया. राज्यसभा सांसद ने यह भी कहा कि कांग्रेस-एनसीपी को सत्ता चलाने का अनुभव है जिसका फायदा होगा. उन्होंने Common Minimum Programme के तहत काम करने पर जोर दिया.
Sanjay Raut, Shiv Sena: Common Minimum Programme will be in interest of #Maharashtra. pic.twitter.com/WyMxtSFb6L
— ANI (@ANI) November 15, 2019
कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की अलग-अलग विचारधारा पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार में भी विभिन्न विचारधारा की पार्टियां थी मगर उन्होंने सरकार चलाई. जब शरद पवार प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट के सीएम बने थे तब उनकी कैबिनेट में जनसंघ के कई नेता थे. इस दौरान उन्होंने शरद पवार की भी तारीफ की.
उधर, सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार 17 नवंबर को दिल्ली में मुलाकात करेंगे और महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना से गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है.