बिहार: पटना नगर निगम का बजट बढ़ा, मगर नालों में तब्दील हो गईं सड़कें
बिहार में बाढ़ (Photo Credits: IANS)

बिहार की राजधानी पटना में नाला उडाही या नालियों की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की है. कहा जा रहा है कि आज बारिश के जलजमाव का सबसे बड़ा कारण नालों और नालियों की सफाई का नहीं होना है. नाले जाम रहे और सड़कें नालों में तब्दील हो गईं. हालांकि नगर निगम के बजट में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में कई गुणा वृद्घि की गई है.

सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो इस वित्तीय वर्ष यानी 2019-20 में पटना नगर निगम के लिए 4064 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है. बजट तो बढ़ गया, परंतु शहर से बारिश का पानी भी नहीं निकल सका. पटना के कई इलाकों की सड़कें पिछले पांच दिनों से डूबी हुई हैं. लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं.

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उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की भी कवायद है. 75 वार्ड वाले इस नगर निगम में साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की है. पटना नगर निगम का बजट वित्तीय वर्ष 2017-18 में 609 करोड़ रुपये था, जबकि वर्ष 2018-19 में निगम का कुल बजट 864 करोड़ रुपये था.

उल्लेखनीय है कि पटना के राजेंद्रनगर, कंकड़बाग सहित कई इलाकों में जलजमाव है और लोग पिछले पांच दिनों से घरों में कैद हैं. हालांकि सरकार और जिला प्रशासन पानी निकालने की कवायद में जुटा हुआ है.